-कारोबारियों ने फुटकर व्यापारियों से की अपील, लॉकडाउन के दौरान न हो जमाखोरी

-डीएम ने दी चेतावनी, दुकानदार करेंगे कालाबाजारी तो होगी कार्रवाई

-जांच टीम तैयार, कभी भी पहुंच सकती है दुकानदार के पास

कोरोना के बढ़ते कदम को रोकने के लिए बनारस को लॉकडाउन कर दिया गया है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद ऑफिस से लेकर दुकानें तक बंद हैं। वहीं लोगों के घरों से बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि सरकार ने किराना, दवा की दुकानें खोलने की छूट दे रखी है। फिर भी इन सब के बीच लोग घरों में आवश्यक चीज़ों का स्टॉक करने के लिए परेशान होने लगे हैं। जबकि ऐसा कुछ भी नही है। वर्तमान में सिटी में ज़रूरी चीजों की कहीं कोई कमी नहीं है। लोगों को राशन पानी आसानी से मिले इसके लिए जिला प्रशासन ने किराना की दुकानें खोलने की छूट दी है। लेकिन अगर लोग जरूरत से ज्यादा सामान का स्टॉक करेंगे तो मुश्किल बढ़ सकती है। ऐसा न हो इसलिए जिला प्रसाशन से लेकर बड़े कारोबारी तक लोगों से जमाखोरी नहीं करने की अपील कर रहे हैं। यानी इस वक्त जमाखोरी चोरी से बढ़कर है।

किराने की नहीं है मारामारी

किराना व गल्ला मंडी के बड़े कारोबारियों की मानें तो बनारस में ऐसी कोई स्थिति नहीं बन रही है जैसा लोग समझ रहे हैं। कोई भी रिटेलर किराना या दवा की कालाबाजारी न करे और स्टॉक न छुपाये इसके लिए व्यापारियों के साथ पब्लिक को भी अवेयर किया जा रहा है। जिससे स्थितियां ज्यादा पैनिक न होने पाए। सिर्फ व्यापरिक संगठन ही नहीं जिला प्रशासन भी कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फरमान जारी हो चुका है।

गली मोहल्लों में है कालाबाजार

जिला प्रशासन की ओर से भले ही कालाबाजारी को रोकने के लिए जांच शुरू कर दी गई हो, मगर शहर में कई ऐसे गली मोहल्ले हैं जहां दुकानदारों ने आवश्यक वस्तुओं और खाद्य पदार्थ के समान को महंगे रेट पर बेच रहे हैं। उपभोकताओं की मानें तो कल तक जिस दाल की कीमत 70 रुपये किग्रा था आज वो 80 रुपये में मिल रही है ।

Posted By: Inextlive