Stock Market Today: 2 मई से इंडियन स्‍टॉक मार्केट में गिरावट का जो रुख बना है वो थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार 9 मई को एक बार फिर बाजार के सभी प्रमुख इंडेक्‍स धूल फांकते नजर आए। निफ्टी और सेंसेक्‍स दोनों में करीब डेढ़ परसेंट की गिरावट आई है। पिछले 5 दिनों को देखें तो सेंसेक्‍स करीब साढ़े तीन परसेंट लुढ़क चुका है।

मुंबई (पीटीआई)। Stock Market Today: भारी मात्रा में फॉरेन फंड की निकासी के साथ एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज में बिकवाली के बीच बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गुरुवार को लगभग 1.5 प्रतिशत गिर गए। लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,062.22 अंक या 1.45 प्रतिशत गिरकर 72,404.17 पर बंद हुआ। दिन के दौरान, यह 1,132.21 अंक या 1.54 प्रतिशत गिरकर 72,334.18 पर पहुंच गया था, बाद में थोड़ा संभलकर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी में गिरावट हावी रही। Nifty 345 अंक या 1.55 प्रतिशत का गोता लगाकर 21,957.50 पर पहुंच गया। दिन के दौरान यह 370.1 अंक या 1.65 प्रतिशत गिरकर 21,932.40 पर आ गया था। बता दें कि मार्च तिमाही की कमाई का डेटा आने के बाद सेंसेक्स में लार्सन एंड टुब्रो गुरुवार को 5 प्रतिशत से अधिक गिर गया। रिलायंस और एचडीएफसी बैंक में ढाई परसेंट के करीब गिरावट देखने को मिली।

एल एंड टी बना टॉप लूजर तो टाटा मोटर्स बना टॉप गेनर
एशियन पेंट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईटीसी, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावर ग्रिड पिछड़ गए। इसके विपरीत सेंसेक्‍स के सिर्फ 5 स्‍टॉक्‍स जैसे टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, इंफोसिस और एचसीएल टेक ही लाभ में रहे। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 6,669.10 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची थी। आज की गिरावट को देखकर कहा जा सकता है कि गुरुवार को भी एफआईआई की सेलिंग जारी रही है।

विदेशी बाजारों में भी दिखा मिलाजुला रुख
एशियाई बाजारों में, शंघाई और हांगकांग लाभ के साथ बंद हुए, जबकि सियोल और टोक्यो गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार मिलेजुले रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिका का वॉल स्ट्रीट बुधवार को रात भर के कारोबार में मिक्‍स नोट पर ही बंद हुआ था। ग्‍लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.48 प्रतिशत चढ़कर 83.89 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

Posted By: Chandramohan Mishra