चार दिनों की तेजी के बाद बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 150 अंक फिसल कर बंद हुआ। कमजोर ग्लोबल रुख के बीच आईटी एफएमसीजी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली की वजह से इंडेक्स में गिरावट आई। विदेशी निवेश के लगातार बाहर जाने की वजह से भी शेयर बाजार प्रभावित रहा।


मुंबई (पीटीआई)। भारी उतार-चढ़ाव के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 150.48 अंक या 0.28 प्रतिशत नीचे 53,026.97 अंक के स्तर पर आकर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 20 कंपनियों के शेयर नुकसान में बंद हुए। बृहस्पतिवार को होने वाली डेरिवेटिव एक्सपायरी से पहले कारोबार के दौरान सेंसेक्स 564.77 अंक या 1.06 प्रतिशत लुढ़क कर 52,612.68 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 51.10 अंक या 0.32 प्रतिशत लुढ़क कर 15,799.10 अंक के स्तर पर आ गया। निफ्टी में शामिल 50 में से 34 शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए।एनटीपीसी सेंसेक्स पैक में टाॅप गेनर


सेंसेक्स में शामिल इंडसइंड बैंक, एचयूएल, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलाॅजी, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर मुनाफावसूली की बिकवाली में टूट कर भारी नुकसान के साथ बंद हुए। वहीं दूसरी ओर एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सनफार्मा, अल्ट्राटेक सीमेंट और आईटीसी के शेयर बिकवाली के दबाव के बावजूद लाभ कमाने में कामयाब रहे। एशिया में टोक्यो, शंघाई, सियोल और हांगकांग के शेयर बाजारों में कारोबारी सौदे नुकसान के साथ बंद हुए। वहीं यूरोपीय शेयर बाजारों में मिड सेशन सौदे नीचे भाव पर किए गए। अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को फिसल कर बंद हुए थे।

एफआईआई ने बेचे 1244 करोड़ के शेयररेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में रिसर्च वाइज प्रेसिडेंट अजित मिश्रा ने कहा कि लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बाद करीब आधा प्रतिशत नीचे बंद हुए। कमजोर ग्लोबल रुख की वजह से बाजार में शुरुआती कमजोरी रही और इंडेक्स गैप डाउन के साथ खुले। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का सौदा 0.31 प्रतिशत तेजी के साथ 118.3 डाॅलर प्रति बैरल के भाव पर किया गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,244.44 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

Posted By: Satyendra Kumar Singh