Meerut : हर दूसरा शख्स स्ट्रेस का शिकार है. किसी को घर में प्रॉब्लम है तो किसी को स्कूल में कोई अपने कुलीग्स से परेशान है तो कोई अपने रिश्तेदारों से. रोज-रोज उन्हीं सब चीजों से जूझना कुछ समय बाद स्ट्रेस और ज्यादा क्रिटिकल होने पर डिप्रेशन की शक्ल ले लेता है. सिटी के लोग भी इस स्ट्रेस से दो-चार हो रहे हैं और ये स्ट्रेस बहुत तेजी से शहर को अपनी चपेट में ले रहा है. इसमें खास बात ये है कि ज्यादातर मरीज माहौल के साथ एडजस्ट नहीं कर पाने के कारण स्ट्रेस का शिकार होते हैं.


एडजस्टमेंट नहीं हो पा रहा सिटी के डॉक्टर्स के पास आने वाले स्ट्रेस के 90 फीसदी मरीजों में एडजस्टमेंट न कर पाने की दिक्कत है। एडजस्टमेंट की प्रॉब्लम का सामना लोग कभी परिवार, कभी स्कूल-कॉलेज तो कभी वर्क प्लेस पर कर रहे हैं। लोग अपनों के साथ ही एडजस्ट नहीं कर पा रहे हैं। हर रोज होने वाली छोटी-छोटी तकरार बड़े झगड़ों तब्दील हो रही है, जिसका नतीजा घर में कलह, परिवार से अलगाव या सुसाइडल अटेम्ट तक हो सकता है। इन्हें है ज्यादा प्रॉब्लम


एडजस्टमेंट की सबसे ज्यादा प्रॉब्लम महिलाओं को है। एडजस्टमेंट न कर पाने में यंग फीमेल्स सबसे आगे हैं। स्ट्रेस का शिकार हुई 90 परसेंट यंग फीमेल्स एडजस्ट न कर पाने की वजह स्ट्रेस झेल रही हैं। ज्वाइंट फैमिली में रहने वाली ज्यादातर यंग महिलाएं अपनी सास के साथ बिल्कुल भी एडजस्ट नहीं कर पा रही हैं। वहीं मेच्योर ऐज की महिलाओं को अपने हसबैंड के साथ एडजस्ट करने में तकलीफें हो रही हैं। बात करने से बात बनती है

इस एडजस्टमेंट न कर पाने की समस्या का सबसे आसान तरीका सिर्फ यही है कि आप खुलकर बात करें। ताकि झगड़ा आगे बढऩे की जगह सुधरने लगे। अगर आपको भी लगता है कि ये एडजस्टमेंट की शिकायत आपको भी है तो कुछ बातों का ख्याल रखकर आप अपनी लाइफ को स्मूद बना सकते हैं--हर बार अनसेटीस्फाईड रवैया न रखें।-कई बार आपकी मर्जी न भी हो तो परिवार की खुशी के लिए कुछ काम कर लें।-जिन चीजों से ज्यादा प्रॉब्लम होती है उन्हें प्वाइंट आउट करें और समझने की कोशिश करें कि आप उसमें क्या बदलाव कर सकते हैं।-जिन शख्स से ज्यादा मनमुटाव होता है उससे खुलकर बातचीत करें, जिसमें अपना पक्ष तो रखें ही साथ ही सामने वाले को भी अपना पक्ष रखने का मौका दें।-कमेंट्स करने से बचें।-एकदम से हाईपर न हों बल्कि चीजों को समझने की कोशिश करें।-अगर आपको किसी के बीहेवियर से दिक्कत है तो उससे खुलकर बात करें।-कम्यूनिकेशन बंद न करें इससे दूरियां और बढ़ती हैं।-हो सकता है सामने वाला अच्छा न कर रहा हो मगर एक बार अपने एटिट्यूड के बारे में भी जरूर सोचें।"सिटी के सिनेरियो की बात करूं तो स्ट्रेस का सबसे बड़ा कारण एडजस्टमेंट की प्रॉब्लम है। ये ज्यादा बड़ा रूप तब ले लेता है जब हम विवादों पर खुलकर बात नहीं करते."- डॉ। विकास सैनी, साइकेट्रिस्ट

Posted By: Inextlive