-संस्कृत यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के लिए नॉमिनेशन आज

-स्टूडेंट्स लीडर्स के लिए जारी हुआ गाइडलाइन

VARANASI: लंबा चौड़ा जुलूस, व्हीकिल्स का काफिला, गड़गड़ाते नगाड़े, बड़े-बड़े फ्लैक्स व बैनर लेकर नॉमिनेशन करने पहुंचना स्टूडेंट लीडर्स के लिए भारी पड़ सकता है। उनका नॉमिनेशन कैंसिल तक हो सकता है। यह डिसीजन संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का है। यूनिवर्सिटी ने नॉमिनेशन के दौरान शक्ति प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। इससे रिलेटेड इंफॉर्मेशन यूनिवर्सिटी के नोटिस बोर्ड पर भी लगा दिया गया है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस को भी इसकी जानकारी दी चुकी है। उधर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के इस कदम से स्टूडेंट लीडर्स में हड़कंप मच गया है। वहीं स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन के लिए चार दिसंबर को होने वाले नॉमिनेशन को लेकर एडमिनिस्ट्रेशन बुधवार देर शाम तक तैयारियों में जुटा रहा।

केवल तीन को एंट्री

एक दौर रहा जब कभी नॉमिनेशन करने के लिए लीडर के साथ लंबा चौड़ा हुजूम नामांकन स्थल तक एंट्री कर जाता था। वह अब बीते दिनों की बात हो गयी है। यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार नॉमिनेशन के लिए केवल तीन लोगों को कैंपस में एंट्री दी जाएगी। इनमें कैंडिडेट के साथ एक प्रस्तावक व एक सपोर्टर होगा। इसके अलावा किसी को भी नॉमिनेशन स्थल तक जाने की अनुमति नहीं होगी।

दिया गया फाइनल टच

संस्कृत यूनिवर्सिटी में गुरुवार को होने वाले नॉमिनेशन की तैयारियों को एक दिन पहले फाइनल टच दे दिया गया। इलेक्शन ऑफिसर प्रो। हरिशंकर पांडेय के मुताबिक नॉमिनेशन के लिए परीक्षा भवन में काउंटर्स बनाये गए हैं। एक काउंटर से नामिनेशन फॉर्म परचेज किया जा सकता है और दूसरे काउंटर पर फॉर्म जमा होगा। टोटल पांच पोस्ट्स के लिए नॉमिनेशन होगा। इनमें प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, जनरल सेक्रेटरी, पुस्तकालय मंत्री व फैकल्टी रिप्रेजेंटेटिव्स शामिल हैं।

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प्वाइंट टू बी नोटेड

-नॉमिनेशन सुबह क्क् से दोपहर दो बजे तक होगा।

-नामांकन पत्रों की जांच दोपहर तीन बजे से होगा।

-सपोर्टर, प्रस्तावक और कैंडिडेट को फीस रसीद व आई कार्ड नॉमिनेशन फॉर्म में अटैच करना होगा।

-कैंडिडेट को अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर और पहले हुई कार्रवाई से रिलेटेड एफिडेविट नॉमिनेशन फॉर्म के साथ लगाना होगा।

-कैंडिडेट को सभी शैक्षणिक सर्टिफिकेट्स की ओरिजनल और जीराक्स कॉपी अटैच करना होगा। ओरिजनल कॉपी नाम वापसी के बाद वापस कर दी जाएगी।

-कैंडिडेट को एफिडेविट में स्पष्ट रूप से डिक्लेयर करना होगा कि उसका किसी पॉलिटिकल पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

-प्रत्येक कैंडिडेट को नामिनेशन के दौरान दिए जाने वाले एफिडेविट में इस बात का उल्लेख करना होगा कि वह इलेक्शन में पांच हजार रुपये से अधिक खर्च नहीं करेगा।

Posted By: Inextlive