ज्ञापन देने जा रही भीड़ उग्र हुई,पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग

दूसरे समुदाय से विवाद के मैसेज ने उड़ाए पुलिस के होश

देहरादून

दिल्ली में मूर्ति तोड़ने के खिलाफ फ्राइडे को दून में हिंदूवादी संगठनों का गुस्सा फूटा। परेड ग्राउंड से हिंदूवादी संगठनों के 500 से अधिक युवा राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपने रवाना हुए। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो रैली के रूप में निकले युवा उग्र अंदाज में पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने दर्शनलाल चौक से लैंसडोन तक उग्र भीड़ पर जमकर लाठियां फटकारी और पैवेलियन ग्राउंड के बाहर बैरिकेडिंग लगाकर रैली को रोक दिया। काफी मशक्कत के बाद शांतिपूर्ण तरीके से डीएम को ज्ञापन सौंपने पर सहमति बनी और मामला शांत हुआ ही था कि ज्ञापन देकर लौटते समय इनामुल्लाह बिल्डिंग पर दूसरे समुदाय के युवाओं से विवाद की एक सूचना ने फिर पुलिस के होश उड़ा दिए। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी तहसील चौक पर पहुंच गए। इस बीच पुलिस की एक चीता टीम के दो सिपाहियों ने दोनों पक्षों के बीच खड़े होकर टकराव रोके रखा। इस दौरान एक्स्ट्रा फोर्स वहां पहुंच गई और बड़ा बवाल होने से बच गया। देर रात तक प्रदर्शनकर लौट रहे युवकों पर हमले की एफआईआर को लेकर मामला दर्ज करने पर अधिकारियों की चर्चा चल रही थी।

मामला सुबह 11 बजे शुरू हुआ। परेड ग्राउंड की तरफ से हिंदूवादी संगठनों के 500 से अधिक लोग जुटे और दिल्ली में मूर्ति तोड़ने की घटना के विरोध में राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपने रवाना हुए। मौके पर पुलिस भी मौजूद थी। रैली के रूप में रवाना हुए लोग कुछ ही देर में नारेबाजी करने लगे और उग्र अंदाज में आगे बढ़े। पुलिस ने रोकना चाहा, नहीं माने तो पुलिस ने जमकर लाठियां फटकारी और उग्र भीड़ को खदेड़ कर लैंसडोन चौक पर पैवेलियन ग्राउंड के सामने बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया.पैवेलियन ग्राउंड पर पुलिस से करीब आधा घंटे धक्का मुक्की चली। बैरिकेडिंग गिरा दी गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस की निगरानी में शांतिप्रिय तरीके से डीएम ऑफिस पहुंच कर ज्ञापन देने पर सहमति बनी। रैली की शक्ल में पुलिस प्रदर्शनकारियों को लेकर डीएम ऑफिस पहुंची। डीएम ऑफिस पहुंचते ही फिर भीड़ उग्र हो गई। नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने समझाबुझाकर शांत किया, तब जाकर डीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया।

इनामुल्लाह बिल्डिंग के सामने झगड़े की सूचना ने उड़ाए होश:

कलेक्ट्रेट के बाहर काफी देर नारेबाजी करने के बाद अलग अलग ग्रुप में वहां से निकले ही थे कि कुछ लड़कों ने कॉल कर इनामुल्ला बिल्डिंग के बाहर दूसरे समुदाय के लोगों से विवाद की सूचना एक दूसरे को दी। इस बीच प्रदर्शनकारी भी तहसील चौक की तरफ बढ़े। इस दौरान वहां मौजूद चीता टीम के दो पुलिस कर्मियों ने तहसील चौक पर ही प्रदर्शनकारियों को इनामुल्लाह बिल्डिंग तक पहुंचने से रोक दिया। सड़क के बीच बाइक खड़ी कर दोनों पुलिसकर्मी रोड के दोनों तरफ खड़े हो गए और दोनों पक्षों को एक दूसरे तक पहुंचने से तब तक रोके रखा,जब तक एक्स्ट्री फोर्स नहीं पहुंच गई। बाद में पुलिस ने करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को सड़क से हटाया। हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाए कि ज्ञापन देकर शांतिपूर्ण तरीके से घर लौट रहे लोगों पर दूसरे समुदाय के कुछ उपद्रवियों ने हमला किया और हथियार लहराए। एसएसपी ऑफिस में देर रात तक इस घटनाक्रम के तथ्यों को एफआईआर दर्ज करने पर विचार चल रहा था।

दून अस्पताल के पास रुट डायवर्ट करना पड़ा :

शंातिपूर्ण तरीके से रवाना हुए प्रदर्शनकारी कुछ ही देर में उग्र हो गए। नारेबाजी करते हुए झंडे लहराने लगे। इससे ट्रैफिक भी अवरुद्ध हो गया। दून अस्पताल से कचहरी रोड का ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। पैवेलियन ग्राउंड के सामने करीब आधा घंटे पुलिस और प्रदर्शनकारियों में जमकर धक्का-मुक्की हुई। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोका तो उग्र हो गए। बैरिकेडिंग गिरा दी और आगे बढ़ गए.पुलिस उन्हें तीन तरफ से घेर कर आगे चली और कलेक्ट्रेट तक पहुंचाया। डीएम को ज्ञापन सौंपने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल के कलेक्ट्रेट कैंपस में जाने की बात पर भी बहस हो गई। 200 से अधिक युवा कलेक्ट्रेट में घुस गए। हालांकि बाद में ज्ञापन सौंपने कुछ ही मेन बिल्डिंग में गए.इस वजह से करीब दो घंटे शहर में जाम और परेशानी का आलम रहा।

फ्राइडे को पुलिस ने रोका बवाल:

एक तरफ मूर्ति तोड़ने के विरोध में हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन और दूसरी तरफ फ्राइडे को जुमे की नमाज के चलते दोपहर में इनामुल्ला बिल्डिंग के पास बड़ी संख्या में दूसरे समुदाय के लोगों की मौजूदगी की वजह से बड़ा बवाल होते होते रह गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रेट से तो रवाना कर दिया लेकिन इनामुल्लाह बिल्डिंग के पास दो युवको को पीटने का मैसेज चला। सूचना पाकर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए। पुलिस के दो जवानों ने इस दौरान अच्छी भूमिका निभाई। इनामुल्लाह बिल्डिंग के पास कुछ प्रदर्शनकारियों से दूसरे समुदाय के लोगों का विवाद होने की सूचना थी, लेकिन देर रात तक कोई पीडि़त पुलिस के पास नहीं पहुंचा। ऐसे में पुलिस इसे कोरी अफवाह भी मान रही है।

- प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। हल्का बल प्रयोग भी किया गया, लेकिन मारपीट या हमले की घटना पुष्ट नहीं हो पाई। कोई पीडि़त भी सामने नहीं आया।

श्वेता चौबे, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive