- शहर के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स में नहीं हुई जांच, देशव्यापी हड़ताल का दिखा असर

- पीसी पीएनडीटी एक्ट में बदलाव की आईएमए कर रहा है मांग

शहर के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स में नहीं हुई जांच, देशव्यापी हड़ताल का दिखा असर

- पीसी पीएनडीटी एक्ट में बदलाव की आईएमए कर रहा है मांग

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: मरीजों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एएमए की दो दिन तक चली हड़ताल खत्म होने के बाद बुधवार को उन्हें इलाज तो मिला लेकिन जांच पर संकट छाया रहा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आहवान पर शहर के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स बंद रहे। जिसके चलते मरीजों को जांच के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ा। डॉक्टर्स पीसी पीएनडीटी एक्ट में बदलाव की मांग कर रहे हैं। इस क्रम में देशव्यापी हड़ताल के चलते बुधवार को शहर के सत्तर फीसदी अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर काम नहीं हुआ। हड़ताल का बोझ सरकारी हॉस्पिटल्स पर पड़ा। बेली, कॉल्विन और डफरिन हॉस्पिटल में और दिनों की अपेक्षा डेढ़ से दोगुना अल्ट्रासाउंड हुआ।

नियम जटिल, 57 लाइसेंस नहीं हुए रिन्यू

अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के संचालकों का कहना है कि पीसी पीएनडीटी एक्ट में नियम इतने जटिल हैं कि सेंटर्स का रजिस्ट्रेशन कराना मुश्किल होता जा रहा है। यही कारण है कि इलाहाबाद में संचालित कुछ 168 में से 57 सेंटर्स का रिन्यूवल नहीं हो सका है।

इन नियमों का विरोध

- सत्ताइस सवालों वाले फॉर्म भरने के दौरान जरा सी चूक होने पर सेंटर को बंद कर दिया जाएगा।

- अल्ट्रासाउंड सेंटर्स का रजिस्ट्रेशन शुल्क पांच हजार रुपए से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दिया गया है

- सेंटर पर डिग्री, निर्देश बोर्ड, डॉक्टर की पोशाक आदि नहीं मिलने पर सील करने का प्रावधान है

- एडीए से नक्शा पास होने के साथ सेंटर कामर्शियल प्लेस पर होना चाहिए

जेंडर रेशियो गड़बड़ाने से सरकार हुई सख्त

उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि देशभर में जेंडर रेशियो गड़बड़ाने से पीसी पीएनडीटी के गाइड लाइन को सख्त किया गया है। केवल इलाहाबाद में यह रेशियो 902 है। कन्या भ्रूण हत्या की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए सरकार चाहती है कि प्रसव पूर्व भ्रूण लिंग परीक्षण पर रोक लगाई जाए। अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर नियमों का उल्लंघन कर लिंग परीक्षण का आरोप लगता रहा है।

एक्ट के प्राविधान

- पीसी पीएनडीटी (प्री कंसेप्शन एंड प्री नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स) Posted By: Inextlive