- हड़ताल के दौरान डीएम को देने पहुंचे ज्ञापन, गले पड़ी सीओ

- पुलिस पर वीसी व डीआर के साथ मिलीभगत का आरोप

- कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र संघ नेता भी समर्थन में पहुंचे

हड़ताल के दौरान डीएम को देने पहुंचे ज्ञापन, गले पड़ी सीओ

- पुलिस पर वीसी व डीआर के साथ मिलीभगत का आरोप

- कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र संघ नेता भी समर्थन में पहुंचे

Meerut:Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों की हड़ताल से हालत बदतर हो गए हैं। न कुछ काम हो रहा है और न ही कोई डिपार्टमेंट खुल रहा है। अधिकारियों के ऑफिसों पर भी ताले लटके हुए हैं। सुबह होते ही डेलीवेज कर्मचारी हड़ताल पर बैठ जाते हैं और अधिकारी अपने ऑफिस में आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसे में वीसी आवास ही कैंप कार्यालय बन गया है, जहां सभी अधिकारियों की मीटिंग चल रही है। इसी क्रम में गुरुवार को नया पेंच आ गया। जहां पांच कर्मचारियों पर डीआर द्वारा केस दर्ज कराए जाने को लेकर कर्मचारी डीएम के पास पहुंचे, वहीं एक कर्मचारी पर सीओ ने मुकदमा कायम करा दिया। जिसको छुड़ाने के लिए कर्मचारियों को शाम तक जद्दोजहद करनी पड़ी।

यह था सीन

तीन दिन पहले यूनिवर्सिटी द्वारा जारी एक लेटर को लेकर कर्मचारियों ने डीआर प्रभाष द्विवेदी के साथ धक्का-मुक्की कर दी थी। इसके चलते डीआर की तरफ से थाना मेडिकल में अवधेश त्यागी, मनोज त्यागी, रमेश यादव और शिव कुमार सहित पांच लोगों को नामजद करते हुए केस दर्ज करा दिया। वहीं कर्मचारियों ने भी इस मामले में तहरीर दी थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इसके बाद से कर्मचारी लगातार अड़े हुए हैं कि उनको यूनिवर्सिटी से ना निकाला जाए। हड़ताल जारी रहने से यूनिवर्सिटी के साथ लोगों का काफी नुकसान हो रहा है। जो दूर से आ रहे हैं वे खाली हाथ लौट रहे हैं।

बन गया नया सीन

यूनिवर्सिटी में डेलीवेज कर्मचारियों की नियुक्ति अवैध करार देने के बाद से कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। लगातार दो दिन से कर्मचारी हड़ताल जारी है। इसी क्रम में तीसरे दिन गुरुवार की सुबह सभी कर्मचारी एक बार फिर वीसी ऑफिस के नीचे इकट्ठा हुए। जहां उन्होंने डीआर प्रभाष द्विवेदी की तहरीर पर अपने पांच कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के मामले को रखा। जिस पर सभी ने एकजुट होते हुए अपनी तहरीर पर कार्रवाई के लिए डीएम से मिलने का निर्णय लिया। सभी लोग इकट्ठा होकर डीएम के यहां पहुंचे।

Posted By: Inextlive