RANCHI: खादगढ़ा सब्जी मंडी के दुकानदार आंदोलन के मूड में हैं। दुकानदारों ने दो दिन से दुकान नहीं खोली है। मंडी में जहां हर वक्त सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती थी, वहीं दो दिन से सन्नाटा पसरा हुआ है। दरअसल मंडी के दुकानदारों ने सब्जी मार्केट के ठेकेदार से प्रताडि़त होकर अपनी दुकान बंद करने का निर्णय लिया है। सभी दुकानदार अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। दुकानदारों का कहना है ठेकेदार मनमर्जी पैसा वसूलता है। हर दुकानदार से कभी 20 तो 30 रुपए की डिमांड करता है। दुकानदारों की शिकायत है कि ठेकदार को मनमाफिक पैसे नहीं देने पर सामान फेंकने की भी धमकी मिलती है। दुकानदारों ने इसकी शिकायत नगर निगम से भी की, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

निगम ही उठाए किराया

खादगढ़ा सब्जी मार्केट के दुकानदार अजय शाह ने बताया कि अबतक नगर निगम को सीधे किराए की राशि जाती थी। वह व्यवस्था ठीक थी। लेकिन एक फरवरी से नगर निगम ने यह मार्केट सुषमा सिंह के नाम बंदोबस्ती कर दी है। इसके बाद से परेशानी होने लगी। नगर निगम को हर दुकानदार 15 रुपए किराया देते थे। लेकिन ठेकेदार 20 रुपए मांग रहा है। दुकानदार हीरा लाल ने बताया कि सब्जी विक्रेता जो रोज कमाते खाते हैं, वे लोग छह सौ रुपए ठेकेदार को कहां से दे पाएंगे। इसके अलावा सफाई शुल्क, बिजली और सिक्युरिटी गार्ड को भी पैसा देना पड़ता है। सभी दुकानदार मिलकर पैसे देते हैं। सभी दुकानदार पुरानी व्यवस्था में ही पैसा देना चाहते हैं। ठेकेदार को कोई दुकानदार पैसा देना नहीं चाहता। दुकानदारों ने बताया कि यदि निगम खुद पैसे की वसूली करे तो पैसा बढ़ा कर भी देने को तैयार हैं।

आम लोगों की बढ़ी परेशानी

सब्जी मार्केट के बंद होने से आम पब्लिक की परेशानी हो रही है। खास कर आस-पास के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को नागा बाबा खटाल और दूसरे सब्जी बाजारों से सब्जी लानी पड़ रहा है। हालांकि , बुधवार को शाम छह बजे एक घंटे के लिए कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोलीं, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। हीरा लाल ने बताया कि दुकानदारों की लाई हुई सब्जी खराब हो रही थी। इसे बेच कर खत्म कर दिया गया। अब गुरुवार से यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा। जबतक की हमारी मांगें नहीं माल ली जातीं। दुकानदारों ने बताया कि डिप्टी मेयर की ओर से आश्वासन दिया गया था, लेकिन कोई मिलने नहीं आया।

क्या कहते हैं ठेकेदार

टेंडर लेने वाली सुषमा सिंह के प्रतिनिधि रमेश सिंह ने बताया कि टेंडर के अनुसार प्रत्येक दुकानदार से 40 रुपए किराया बनता है, लेकिन हमलोग 20 रुपए की ही मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद दुकानदारों को आपत्ति है। रमेश सिंह ने बताया कि टेंडर के अनुसार प्रत्येक टोकरी सात रुपए और प्रत्येक बोरा 15 रुपए लेने का प्रावधान है। नगर निगम से 16 लाख में इस मार्केट की बंदोबस्ती की गई है। हमलोगों ने दुकानदारों को दुकान लगाने से नहीं रोका है, बल्कि सब्जी विक्रेता ही किराया नहीं देना चाहते हैं। यही वजह है कि दुकानें बंद रखी गई हैं।

ठेकेदार और सब्जी विक्रेताओं के बीच हुए विवाद की जानकारी मिली है। जल्द ही दुकानदारों से मिलकर इस मामले का निबटारा किया जाएगा।

संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर

व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि किसी को कोई परेशानी न हो। ठेकेदार और दुकानदार के झमेले से आम लोगों को ही दिक्कत हो रही है। इसे जल्द दूर करना चाहिए।

रश्मि चौधरी, वार्ड पार्षद

Posted By: Inextlive