अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के बीच 9 मुद्दों पर हुआ समझौता

Meerut। वेतन विसंगतियों के विरोध में पिछले पांच दिनों से जारी कैंट बोर्ड के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई। हड़ताल का असर कैंट क्षेत्र की साफ सफाई पर पड़ने लगा था, जिस कारण शहर के प्रमुख आबूलेन और सदर जैसे बाजार भी गंदगी से अट गए थे। सोमवार को कैंट बोर्ड सीईओ ने सफाई कर्मचारियों की मांगों पर लिखित सहमति जताते हुए हड़ताल खत्म करा दी।

हड़ताल से बिगड़ी हालत

पांच दिन चली इस हड़ताल के कारण कैंट क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी का ढेर लग गया था। गंदगी भी ऐसी कि लोगों का मोहल्लों से लेकर बाजारों की मुख्य सड़कों पर निकलना दूभर हो गया था। सबसे अधिक असर शहर के दिल कहे जाने वाले आबूलेन और सदर बाजार पर देखने को मिला। आबूलेन बाजार में दास मोटर्स चौराहे से लेकर सदर बाजार के अंदर गलियों तक कूड़े का ढेर लगने लगा था। कैंट अस्पताल रोड से लेकर कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल के कार्यालय के बाहर की जगह कूडे़दान में तब्दील हो चुकी है। ऐसे में जगह-जगह स्थानीय लोगों के विरोध के चलते कैंट बोर्ड के आला अधिकारी घिरने लगे थे।

हुआ लिखित समझौता

9 अक्टूबर से जारी इस हड़ताल मे कर्मचारियों की मजबूत दावेदारी और दीपावली को देखते हुए सोमवार को सीईओ की तरफ से संयुक्त अधिशासी अधिकारी ममता और लेखाधिकारी सुधीर कश्यप ने कर्मचारियों की 9 मांगों को मानते हुए लिखित समझौता किया। इसमें सातवे वेतन के एरियर समेत मृतक आश्रितों की भर्ती, वर्दी के जूते, कैंटीन सुविधा, पदोन्नति, पेंशन सुविधा, ओवर टाइम भुगतान आदि की मांगों पर सहमति बनी है। इस दौरान कर्मचारी नेता विनोद कुमार बैचेन, दिनेश चौहान, भारत आजाद आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive