रांची : डेली वेज बढ़ाने की मांग को लेकर स्ट्राइक पर गए सफाई ट्रैक्टर मालिकों ने गुरुवार को अपनी हड़ताल खत्म कर दी। नगर निगम के अधिकारियों ने ट्रैक्टर के संचालकों को डेली वेज को बढ़ाने के लिए नगर निगम की बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव लाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ट्रैक्टर संचालक शुक्रवार से कूड़ा उठाने के लिए राजी हो गए। बता दें कि दो दिन से जारी हड़ताल के चलते एमटीएस से कूड़े का उठान नहीं हो सका। इस दौरान शहर के विभिन्न स्थानों से कचरा तो उठाया गया, लेकिन उसे डंप नहीं किया गया। ऐसे में दो दिन का कूड़ा एमटीएस में ही पड़ा रहा।

500 रुपये प्रति ट्रिप की मांग

शहर के विभिन्न क्षेत्रों व एमटीएस से कूड़े का उठाव कर झीरी डंप करने के लिए ट्रैक्टर संचालकों को हर ट्रिप के लिए 333 रुपये दिए जाते हैं। इसके अलावा दूरी के आधार पर उन्हें डीजल भी उपलब्ध कराया जाता है। ट्रैक्टर संचालकों की मांग है कि 500 रुपये प्रति ट्रिप मिले। उनका कहना है कि कई सालों से उनके डेली वेज में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। बता दें कि शहर के कूड़े को झीरी यार्ड में डंप करने के लिए 200 ट्रैक्टर संचालित होते हैं।

नाराजगी की ये भी है वजह

- झीरी में ट्रैक्टरों को तौलने के लिए एक ही कांटा है, एक ट्रैक्टर को तौलने में पांच मिनट का वक्त लगता है, ऐसे में ड्राइवरों को तीन घंटे तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है।

- डीजल भरवाने के लिए निगम से मिले कूपन की वैधता एक दिन ही है, पेट्रोल पंप भी एक ही है। शाम छह बजे डीजल भरवाने के लिए गए ट्रैक्टर को रात नौ बजे तक भी तेल नहीं मिल पाता है।

- यदि संचालक 2000 रुपये का बिल देते हैं तो नगर निगम के द्वारा उन्हें 1900 रुपये ही दिए जाते हैं।

- नगर निगम के अधिकारियों का बर्ताव ड्राइवरों के साथ अच्छा नहीं है। अब निगम ने इन मामलों में सुधार का भरोसा दिया है।

Posted By: Inextlive