- देशव्यापी हड़ताल के चलते सभी सरकारी बैंक रहे बंद

LUCKNOW: यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से आयोजित देशव्यापी हड़ताल के चलते शुक्रवार को सभी सरकारी बैंकों पर ताले पड़े रहे। प्रदेश की 14 हजार बैंक शाखाओं में कोई काम नहीं हुआ। वेतन समझौते में हो रही देरी से गुस्साए 19 राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों और अधिकारियों ने रोड पर उतरकर प्रदर्शन भी किए। राजधानी में बैंक कर्मियों ने एसबीआई मुख्यालय परिसर पर एकत्र होकर इंडियन बैंक एसोसिएशन और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। बैंक संगठनों का दावा है कि हड़ताल से प्रदेश में लगभग हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ।

दस हजार कर्मचारी हड़ताल पर

शुक्रवार को राजधानी के सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की 905 शाखाओं के करीब 10 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहे। यूएफबीयू के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि हड़ताल से राजधानी में करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हुआ।

सरकार पर साधा निशाना

दो दिवसीय हड़तालके पहले दिन राष्ट्रीयकृत बैंकों के एआईबीईए, एआईबीओसी, एनसीबीई, एआईबीओए, बीईएफई, आइएनबीईएफ, आइएनबीओसी, एनओबीडब्ल्यू समेत सभी नौ संगठन शामिल रहे। नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लाइज के महामंत्री केके सिंह ने कहा कि सरकार की हर योजना का क्रियांवयन बैंकों से कराया जा रहा है। ऐसे में आइबीए द्वारा बैंक कर्मियों की महज दो प्रतिशत वेतनवृद्धि का प्रस्ताव शर्मसार करने वाला है।

बनाया जा रहा दबाव

ऑल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कंफेडरेशन के महासचिव दिलीप चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बैंककर्मियों पर अनैतिक दबाव बनाया जाता है। बैंककर्मियों से सर्वाधिक कार्य कराते हुए उन्हें न्यूनतम वेतन श्रेणी में रखा गया है। एसबीआई ऑफीसर्स एसोसिएशन के महामंत्री पवन कुमार ने कहा सरकार के रवैये के चलते बैंक कर्मी हड़ताल को मजबूर हैं। पीएनबी इंप्लाइज यूनियन के मंत्री ताहिर आली ने कहा 11वें द्विपक्षीय समझौते में अनावश्यक देरी व सम्मानजनक वेतनवृद्धि न किया जाना बैंककर्मियों के प्रति अन्याय है।

एटीएम में नगदी डालने का काम बंद

एटीएम में आज से नगदी भरने का काम बंद हो गया है, जिसका असर शनिवार से दिखने लगेगा। हालांकि, नेट बैंकिंग से होने वाले आरटीजीएस और निफ्ट जैसे लेनदेन पर कोई असर नहीं पड़ा।

बाक्स

यह हैं मुख्य मांगें

- आइबीए द्वारा 2 प्रतिशत वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को खारिज कर 30 प्रतिशत वेतन वृद्घि की जाएं।

- खराब ऋणों की वसूली के लिए कठोर उपाय किए जाएं।

- सभी वर्ग के पदों पर कर्मचारियों की भर्ती की जाए।

- केंद्र सरकार बैंकों के समायोजन का विचार त्याग दे।

बॉक्स

इंफ्रो

लखनऊ में शाखाएं- 905

प्रदेश में शाखाएं- 14000

काम प्रभावित हुआ लखनऊ में- 2500 करोड़ रुपये संभावित

काम प्रभावित हुआ प्रदेश में- 30000 करोड़ रुपये संभावित

एटीएम प्रदेश में- 12000

एटीएम लखनऊ में- 1070

कर्मचारी प्रदेश में- दो लाख

कर्मचारी लखनऊ में- 10500

Posted By: Inextlive