मांगों को लेकर धरने पर बैठे तकनीशियन कर्मचारी

बिजली बिल जमा करवाने के लिए लोग रहे परेशान

Meerut . राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के टीजी-2 कर्मचारियों के एक दिवसीय धरने की वजह से लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई उपकेंद्रों पर जहां बिल जमा नहीं हुए वहीं कहीं पूरी तरह से काम प्रभावित रहा. प्रदेशस्तरीय धरना प्रदर्शन में विभाग के दो सौ से ज्यादा कर्मचारी शामिल हुए. कर्मचारी संघ के मुताबिक ये सिर्फ पहले चरण का धरना है. अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो आगे बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा.

लोग रहे परेशान

तकनीशियन कर्मचारियों के धरने की वजह से दिनभर लोग परेशान रहे. काउंटर बंद होने की वजह से लोग बिल जमा नहीं करवा पाएं, जबकि कई लोग इधर-उधर भटकते रहे. तकनीशियन कर्मचारियों की ओर से दिए गए धरने के दौरान केवल एसएसओ परिचालन सेवा को शामिल नहीं किया गया था. जबकि जिन स्टेशन पर बिल जमा करने, कैश काउंटर, ऑपरेटर का काम तकनीशियन कर्मचारी कर रहे थे, वहां ये सेवाएं प्रभावित रहीं.

ये हैं मांगे

-टीजी-2 को अवर अभियंता से ठीक नीचे का ग्रेड वेतन 4200 रूपये दिया जाएं

- वेतन विसंगति निवारण कमेटी की संस्तुति के उपरांत टीजी-2 संवर्ग को टेक्नीशियन का पदनाम परिवर्तित करके बेसिक अभियंता या सहायक अवर अभियंता किया जाए.

- फील्ड में राजस्व वसूली और डिसकनेक्शन का काम करने वाले टीजी-2 कर्मचारियों का लाइफ इंश्योरेंस करवाते हुए विभाग की ओर से कैश कलेक्शन वैन की व्यवस्था करवाई जाए.

-टीजी 2 कर्मचारियों के नॉन कॉमन कैडर को समाप्त कर कॉमन कैडर घोषित किया जाए.

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इनका है कहना

किसी भी बिजली घर पर हड़ताल या कार्य बहिष्कार की परमिशन नहीं थी. अगर कहीं पर ऐसा हुआ है तो संबंधित केंद्र कर्मचारियों की जांच करवाई जाएगी. धरने के दौरान काउंटर बंद नहीं किए जा सकते थे.

एके पाठक, अधिशासी अभियंता पाॅवर, मेरठ.

हमारी ओर से पूर्व में ही प्रबंधन को धरने की सूचना दी गई थी. अगर किसी उपकेंद्र पर परेशानी आई है तो इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं हैं. प्रबंधन को कर्मचारियों की वैकल्पिक व्यवस्था करनी थी.

कवितेंद्र, जिला अध्यक्ष, राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ

कोट्स

हम यहां बिजली का बिल जमा करवाने आएं थे, लेकिन एक भी कर्मचारी यहां नहीं है. बताया गया कि हड़ताल की वजह से बंद हैं.

जहीर अहमद, कंकरखेड़ा

बिल जमा नहीं हुए है. केंद्र पर सभी काउंटर बंद थे. कर्मचारी भी नहीं थे. हमें बताया गया कि हड़ताल है.

रेनू, कंकरखेड़ा

बिल जमा नहीं किया गया. कर्मचारी मौजूद नहीं थे. यहां पर हड़ताल की जानकारी दी गई थी.

अशोक, पल्लवपुरम

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