इस स्टूडेंट ने बनाया रेलवे के लिए वाटरलेस टॉयलेट, जीता सेकेंड प्राइज
बदबूदार टॉयलेट से मिलेगा निजात
मणिपाल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट विनोद एंथोनी ने वह कमाल कर दिखाया है जो बड़े-बड़े दिग्गज नहीं कर सके। विनोद ने भारतीय रेलवे में टॉयलेट की समस्या को देखते हुए एक प्रोजेक्ट पर वर्क किया और उसका ऐसा डिजाइन तैयार किया जोकि टॉयलेट में आने वाली बदबू को दूर कर देगा। यूनिवर्सिटी में फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर के 10वें सेमेस्टर के छात्र विनोद एंथोनी ने इंडियन रेलवे के वाटरलेस एंड ऑडरलेस टॉयलेट्स कंपीटिशन में हिस्सा लिया था और दूसरा स्थान हासिल किया है। विनोद ने इस कंप्टीशन के तहत ही अपना डिजाइन सबके सामने प्रस्तुत किया और इसे काफी पसंद किया गया है। विनोद को यह पुरस्कार जीतने पर 75,000 रुपए इनाम मिलेगा और वह इसे दूसरे डिज़ाइनर राहुल गर्ग और टीम मेंबर सौरभ हंस के साथ साझा करेंगे।
कैसे करेगा काम
इस कंपीटिशन को आयोजित करने के पीछे रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाईजेशन का आइडिया यह था कि ऐसा टॉयलेट बनाया जाए, जिसमें मल-मूत्र को साफ करने के लिए पानी की जरूरत नहीं पड़े। बताते चलें कि यह कंप्टीशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत कराया गया है। विनोद द्वारा डिज़ाइन किया यह टॉयलेट इंसान के मल-मूत्र को रेलवे ट्रैक पर फैलने से रोकता है। विनोद का कहना है कि ट्रेनों में मौजूदा टॉयलेट बदबूदार और पर्यावरण को नुकसान पहुंचने वाला है। वहीं, उसके मॉडल में गंदगी खुद गल जाती है। इससे दुर्गंध नहीं फैलती है।
बदल जाएगा टॉयलेट का हुलिया
मणिपाल यूनिवर्सिटी के मुताबिक, विनोद का मौजूदा डिजाइन ट्रेनों में टॉयलेट की समस्या को पूरी तरह से खत्म कर देगा। यह प्रोजेक्ट कचरा प्रबंधन पर आधारित है। इसे कील वाले पहिए की मदद से इस्तेमाल किया जाएगा।