- पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण मंदाल नदी पार कर स्कूल जा रही छात्राएं बही

- शिक्षक ने जान पर खेलकर छात्राओं को नदी से निकाला बाहर

RIKHNIKHAL: रिखणीखाल ब्लॉक में सरकारी सिस्टम की लापरवाही वेडनसडे को दो छात्राओं पर भारी पड़ गई। पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण मंदाल नदी पार कर स्कूल की ओर जा रही छात्राएं नदी के तेज बहाव में बह गई। मौके से गुजर रहे एक शिक्षक ने अपनी जान पर खेल कर दोनों छात्राओं की जान बचाई। एक छात्रा को उपचार के लिए कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में भर्ती किया गया है।

स्कूल जा रही थीं छात्राएं

वेडनसडे सुबह राजकीय इंटर कॉलेज बुंगलगढ़ी में बारहवीं कक्षा में अध्ययनरत ग्राम मुंडियाना निवासी कामिनी पुत्री फौजेश्वर प्रसाद व दसवीं कक्षा में अध्ययनरत अमीषा के साथ गांव से स्कूल जा रही थी। गांव व स्कूल के मध्य पड़ने वाली मंदाल नदी को पार करने के दौरान अचानक अमीषा का पैर फिसल गया और वह नदी के बहाव में बहने लगी। अमीषा को बचाने के प्रयास में कामिनी ने भी नदी में छलांग लगा दी और वह भी नदी के तेज बहाव में बहने लगी। इस दौरान वहां से गुजर रही एक महिला की नजर नदी में बह रही दोनों छात्राओं पर पड़ी और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर राजकीय प्राथमिक विद्यालय मुंडियान के सहायक अध्यापक सुनील तोमर ने बिना समय गंवाए नदी में छलांग लगा दी और कड़ी मशक्कत के बाद दोनों छात्राओं को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। नदी में बहने के कारण कामिनी की स्थिति बिगड़ गई। राप्रावि मुंडियाना के प्रधानाध्यापक सुखदेव आर्य की कार से कामिनी को कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि कामिनी की हालत खतरे से बाहर है।

Posted By: Inextlive