-पुलिस के पास पहुंचे तो कहा कि लड़के के खिलाफ भी दर्ज होगी एफआईआर

-स्टूडेंट ने फैमिली को बताया कि रास्ते में मिले दो लोगों ने उसे कर लिया था वश में

ALLAHABAD: टीवी सीरियल्स और फिल्मों में हिप्नोटाइज या सम्मोहित कर गलत काम कराते हुए यकीनन कई बार देखा होगा, लेकिन असलियत में शायद ही कभी ऐसा देखा या सुना होगा। मगर, हिप्नोटाइज कर घर में चोरी कराने का एक मामला पुलिस के सामने आया है। दरअसल, ऊंचामंडी के रहने वाले आठवीं के स्टूडेंट ने घर से पांच लाख रुपए के गहने उड़ा दिए। उसका कहना है कि चंद्रलोक सिनेमा हॉल के पास मिले दो लोगों ने उसको सम्मोहित कर लिया और घर के जेवर उठा ले आने को कहा था। उससे घटनाक्रम सुन फैमिली वालों के होश उड़ गए। वे उसे लेकर कोतवाली पहुंचे और आपबीती सुनाई। पुलिस ने स्टूडेंट की कहानी को मानने से इनकार कर दिया। कहा कि रिपोर्ट तो दर्ज हो जाएगी, लेकिन आरोपी बेटा भी बनेगा। पुलिस का रुख देकर फैमिलीवाले घर लौट आए।

दो लोग मिले थे

सम्मोहित कर चोरी कराने की कहानी सुनाई है मुट्ठीगंज एरिया के ऊंचामंडी के रहने वाले लालजी वर्मा के 14 साल के आठवीं में पढ़ने वाले बेटे प्रियांशु वर्मा ने। प्रियांशु बहादुरगंज के एक स्कूल में पढ़ता है व रोज दोपहर में चंद्रलोक सिनेमा हॉल के पास कोचिंग जाता है। लालजी वर्मा की घर पर ही इलेक्ट्रानिक्स पा‌र्ट्स के रिपेयरिंग की दुकान है। प्रियांशु का कहना है कि वह शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे कोचिंग से निकला था तभी उसको दो लोग मिले। उन्होंने कहा कि तुम लालजी के बेटे हो तो वह रुक गया। उन लोगों ने फैमिली के हर मेंबर के बारे में जानकारी दी। यह भी पूछा कि तुम्हारे चाचा सचिन की तबीयत अब कैसी है। सचिन कुछ महीने पहले गंभीर रूप से बीमार पड़े थे। दोनों उसे बात करते-करते रामभवन चौराहे तक ले गए, तब तक काफी देर हो चुकी थी। प्रियांशु का दावा है कि दोनों ने उससे कहा कि वह घर जाए और सारे जेवर लाकर रात में उनको मानसरोवर चौराहे पर दे दे। मुलाकात के बाद उसका अपने दिमाग पर कंट्रोल नहीं रहा।

अलमारी में रखे थे जेवर

शुक्रवार को प्रियांशु के घर में ललई छठ का कार्यक्रम था। मां रेनू ने दिन में ही पूजा के दौरान ज्वेलरी पहनी थी। उन्होंने पूजा के बाद ज्वेलरी अलमारी में रख दी थी। सात बजे के आसपास प्रियांशु उठा व अलमारी में रखी सारी ज्वेलरी को समेट ली। बगल के कमरे में बड़ा भाई रचित सो रहा था। उसने रचित के गले से चेन उतारने की कोशिश की तो उसकी नींद खुल गई। नींद खुलते ही उसने चेन छीनने पर भाई को डांट लगाई। इसके बाद बिना कुछ बोले प्रियांशु कमरे से निकल गया। उसे दरवाजे पर पिता मिल गए। उन्होंने रात में जाने का कारण पूछा तो कहा कि क्रिकेट खेलने जा रहा है। रात में क्रिकेट? यह सवाल उन्होंने पूछा तो प्रियांशु बिना जवाब दिए ही बाहर निकल गया। घर वालों ने भी कहा कि उनका बिहेवियर अबनार्मल था।

चौराहे पर मिला बेहोश

प्रियांशु रात आठ बजे के आसपास मानसरोवर चौराहे पर बेहोश मिला। उस पर पास ही कपड़े की दुकान चलाने वाले कन्हई की नजर पड़ी। वह पहुंचे और उसे उठाकर अपनी दुकान पर ले आए। पानी छिड़कने के बाद प्रियांशु को होश आया तो उससे उन्होंने पूछताछ की। प्रियांशु ने पिता का नंबर दिया। घर वाले भी आ गए। प्रियांशु ने बताया कि उसने सारे जेवर उन दो लोगों को दे दिए जो उसको सिनेमा हॉल के बाहर मिले थे। दोनों ने जेवर से भरा झोला लेने के बाद कागज में एक मैटल का टुकड़ा उसको दिया था। कहा था कि घर वालों को यह दे देना। जैसे ही टुकड़ा हाथ में आया, वह बेहोश हो गया। प्रियांशु सही कह रहा है, यह जानने के लिए लालजी ने घर पर फोन किया गया। पता चला कि पत्‍‌नी के जेवर गायब हैं।

पुलिस नहीं कर रही यकीन

घर वालों के अलावा कोई भी प्रियांशु की कहानी मानने को तैयार नहीं हुआ। कोतवाली पुलिस ने सम्मोहित कर घर में चोरी कराने की घटना को एक सिरे से झूठा करार दिया। कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता। चोरी की रिपोर्ट तो दर्ज होगी, लेकिन उनके बेटे का नाम भी उसमें होगा, यह सुनते ही घर वाले पीछे हट गए। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।

Posted By: Inextlive