RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी के टीआरएल की प्रोफेसर व भगवान बिरसा मुंडा की परपोती आश्रिता टूटी के आश्रितों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी के समीप रोड जामकर खूब प्रदर्शन किया। वे यहां भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की भी मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि एक वाहन द्वारा टक्कर मार देने के कारण प्रो आश्रिता टूटी की मौत हो गई थी।

वाहनों की एंट्री पर लगे रोक

स्टूडेंट्स ने बताया कि मोरहाबादी स्थित पीजी कैंपस और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी में हजारों स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। ये दोनों जहां स्थित है, उस रास्ते से सैकड़ों गाडि़यां पूरे दिनभर आना-जाना करती है। ऐसे में हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। ऐसे में इस रोड से बड़े वाहनों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन राज्य सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसी वजह से उन्हें सड़क पर हंगामा करने को मजबूर होना पड़ा। अगर अभी भी बड़े वाहनों की एंट्री रोकने के लिए कदम नहीं उठाया जाता है तो वे आगे भी उग्र प्रदर्शन करेंगे।

जांच की मांग पर भी सरकार गंभीर नहीं

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही रांची कॉलेज के जनजातीय विभाग की प्रोफेसर आश्रिता टूटी की मौत एक सड़क दुर्घटना के दौरान हो गई थी। इस मामले की जांच कराने की स्टूडेंट्स ने मांग की थी, लेकिन राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। इससे आक्त्रोशित होकर तमाम छात्र रांची कॉलेज रोड को घंटो जाम कर जमकर नारेबाजी की।

Posted By: Inextlive