लॉ कोर्स में एडमिशन न मिलने से तीन हजार छात्रों का साल हो गया खराब

एलएलबी और बीएएलएलबी में एडमिशन को लेकर यूनिवर्सिटी को करना था फैसला

यूनिवर्सिटी ने एडमिशन प्रक्रिया के बजाए परीक्षा कराने को दी प्राथमिकता

Meerut। लॉ कोर्स में एडमिशन न मिलने से तीन हजार से अधिक स्टूडेंट का एक साल बर्बाद हो गया। ऐसे स्टूडेंट जो एडमिशन से वंचित रह गए थे, इनको हाईकोर्ट ने राहत देते हुए यूनिवर्सिटी को सहूलियत के अनुसार एडमिशन लेने का फैसला दिया था, लेकिन परीक्षाएं नजदीक थीं, लिहाजा सीसीएस यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया। न ही एडमिशन खोले गए, ऐसे में स्टूडेंट्स का न तो प्राइवेट में न ही सरकारी कॉलेजों एडमिशन हो पाया। आखिरकार उनका एक साल बर्बाद हो गया।

फाइनेंस कॉलेजों ने की थी मांग

दरअसल यह मामला सीसीएसयू से संबद्धित नौ जिलों के सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में संचालित लॉ कोर्स से जुड़ा है। सेल्फ फाइनेंस डिग्री कॉलेज ने पांच अक्टूबर को एलएलबी, बीए एलएलबी व बीकॉम एलएलबी में नए रजिस्ट्रेशन खोलने की अपील की थी। एसोसिएशन के अनुसार विवि ने पोर्टल तो खोला लेकिन यह केवल पहले से रजिस्ट्रेशन करा चुके स्टूडेंट के लिए था। ऐसे में रजिस्ट्रेशन में निर्धारित डेट के बाद अर्हता पाने वाले स्टूडेंट को इससे कोई फायदा नहीं हुआ और वे एडमिशन नहीं पा सके।

यूनिवर्सिटी के पाले में है गेंद

काउंसिल के मुताबिक एसोसिएशन वीसी को प्रत्यावेदन दे चुकी है और वे इस पर विचार करेंगे। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद वीसी को ऑर्डर मिलने की डेट से एक महीने में याचिकाकर्ता के प्रत्यावेदन पर विचार करने को कहा है। कोर्ट ने अपने ऑर्डर में यह भी कहा है कि इस मामले में कई स्टूडेंट का करियर जुड़ा है, ऐसे में एसोसिएशन प्रत्यावेदन पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर सकता है। इसके बाद यूनिवर्सिटी को नए रजिस्ट्रेशन खोलने के लिए कहा था। वहीं सभी बातों का ख्याल रखते हुए यूनिवर्सिटी को अपने हिसाब से फैसला लेने को कहा गया था.लेकिन यूनिवर्सिटी ने एडमिशन लेने के बजाए पहले परीक्षा कराने को ही प्राथमिकता गई। इस कारण एडमिशन प्रक्रिया नहीं हो सकी। ऐसे में तीन हजार ऐसे स्टूडेंट हैं जिनका एडमिशन नहीं हो पाया है।

परीक्षा कराना बहुत जरुरी है, ये कमेटी स्तर का फैसला है, इसलिए इसमें अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। हमारा मकसद रहा है कि स्टूडेंट के भविष्य का ख्याल रखा जाए।

प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive