43.31 फीसदी स्टूडेंट्स नहीं दे सके एग्जाम

कुल 25,056 स्टूडेंट्स को देना था एग्जाम

Meerut : कांवड़ मेले के दौरान मेन रास्तों को बंद होने के कारण 40 फीसदी से अधिक स्टूडेंट्स एसएससी का सीजीएल एग्जाम नहीं दे सके। जी हां, स्टूडेंट्स दोनों ही शिफ्ट में एग्जाम देने के लिए तो पहुंचे, लेकिन देर होने कारण एग्जाम सेंटर में एंटर नहीं हो सके। जिसके कारण दोनों ही शिफ्टों में स्टूडेंट्स ने सेंटर के काफी हंगामा बरपाया। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि 10 मिनट लेट होने के बावजूद भी एंट्री नहीं दी गई।

43.31 फीसदी स्टूडेंट्स रहे एब्सेंट

अगर आंकड़ों की बात करें तो जिले में 29 सेंटर में 25,056 स्टूडेंट्स के लिए दोनों ही शिफ्टों में एग्जाम की व्यवस्था की गई थी, लेकिन बहुत सारे स्टूडेंट्स दोनों ही शिफ्ट में एग्जाम नहीं दे सके। अधिकारियों की मानें तो 25,056 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 14,202 स्टूडेंट्स ही एग्जाम दे सके। 10,654 स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं दे सके। अधिकारियों की अनुसार एग्जाम में सिर्फ 57 फीसदी स्टूडेंट्स एग्जाम दे सके।

स्टूडेंट्स ने बरपाया हंगामा

लेट होने वाले स्टूडेंट्स ने दोनों ही शिफ्टों में सेंटर्स के बाहर जमकर हंगामा बरपाया। ये वो स्टूडेंट्स थे जो सिर्फ 10 मिनट या उससे कम समय के लिए लेट हो गए थे। स्टूडेंट्स ने काफी रिक्वेस्ट की, लेकिन उन्हें सेंटर में एंट्री नहीं दी गई। इसके बाद स्टूडेंट्स को गुस्सा आ गया और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। बीएवी इंटर कॉलेज, एनएएस इंटर कॉलेज, एसडी सदर इंटर कॉलेज में दोनों ही शिफ्ट में स्टूडेंट्स ने काफी हंगामा किया।

दीवार फांदने की कोशिश

सेंटर्स में लेट पहुंचे अधिकतर स्टूडेंट्स ने सेंटर की दीवार फांदकर अंदर जाने की कोशिश की। कई स्टूडेंट्स इसमें सफल भी हो गए, लेकिन आगे जाकर उन्हें रोक लिया गया। बाद में उन्हें पुलिस की मदद से सेंटर के कैंपस के बाहर किया गया। स्टूडेंट्स का कहना था कि सहारनपुर से दिल्ली तक रास्ते पूरी तरह से बंद पड़े थे। ऐसे में सेंटर्स को स्टूडेंट्स के साथ कोऑपरेट करना चाहिए था।

दिल्ली से सहारनपुर तक

मेरठ में एग्जाम के लिए दूर-दूर से स्टूडेंट्स आए हुए थे। कई स्टूडेंट्स सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर से आए हुए थे। वहीं कई स्टूडेंट्स दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा, गुड़गांव से आए हुए थे। सुबह वाले स्टूडेंट्स से ज्यादा ईवनिंग शिफ्ट में एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स को ज्यादा दिक्कत हुई, लेकिन किसी की भी बात नहीं सुनी गई।

रास्ते बंद होने से हुए लेट

स्टूडेंट्स ने बताया कि लेट होने का मुख्य कारण रास्ते बंद होने और रूट डायवर्जन होने के कारण हुए। लावड़ से आए जोगिंदर प्रसाद ने बताया कि अव्वल में रास्ते बंद किए हुए हैं। जहां रूट डायवर्ट हैं वहां पर जाम लगा हुआ है। इसके के कारण लेट हो गए। जबकि ठीक-ठाक मार्जिन लेकर घर से निकले थे। वहीं दिल्ली से आने वाले मो। जुबेर ने बताया कि सुबह 9 बजे घर से निकलने के बाद भी लेट हो गया। दिल्ली के ट्रैफिक के बाद डायवर्ट रूट पर भी काफी ट्रैफिक जाम होने के कारण लेट हो गया।

57 फीसदी स्टूडेंट्स की प्रजेंस रही है। अमूमन हर एग्जाम में 60 फीसदी रहती ही है। ऐसे में कांवड़ के कारण स्टूडेंट्स लेट हो गए और नहीं पहुंच सके। इससे कोई मतलब नहीं है।

- आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, एडीएम सिटी, एग्जाम नोडल ऑफिसर

मैं अपनी बेटी को लेकर आया हूं। बमुश्किल टाइम से पहुंचा। सुबह आठ बजे निकला था। फिर भी डर लग रहा था कि कहीं देर न हो जाए।

- मनोज कुमार, मुजफ्फरनगर

अपनी बहन को लेकर आया हूं। लेकिन रूट रास्ता बंद होने के कारण काफी घूमकर आना पड़ा, जिसके कारण तीन घंटे से अधिक समय लग गया।

- विनीत शर्मा, गाजियाबाद

मैं फलावदा से आ रहा हूं। उसके बाद भी 4 घंटे का समय लग गया। जगह-जगह रास्ते बंद और रूट डायवर्जन की वजह से लेट हो गया और एग्जाम नहीं दे सका।

- अरविंद कुमार, फलावदा

परतापुर से आने पर में मुझे पौन घंटे का समय लगा जबकि मेरे पास अपनी बाइक थी। ट्रैफिक जाम के कारण लेट हो गया और एग्जाम नहीं दे पाया।

- धर्मेद्र कुमार, परतापुर

रेलवे स्टेशन पर रही भीड़

बाहर से स्टूडेंट्स एग्जाम खत्म होने के बाद रोड से ज्यादा रेलवे पर ज्यादा विश्वास दिखाया। फिर चाहे सहारनपुर मुफ्फरनगर जाने वाले स्टूडेंट्स हो। या फिर दिल्ली गाजियाबाद जाने वाले स्टूडेंट्स हों। जिसकी वजह से दोपहर और शाम को सिटी रेलवे स्टेशन पर ज्यादा भीड़ दिखाई दी। वहीं आजकल रास्ते बंद होने के कारण पब्लिक ट्रेन से ज्यादा जाना पसंद कर रही है।

Posted By: Inextlive