सीआईएससीई की ओर से सभी क्लासेस में री-एग्जाम के नियम को खत्म कर दिया गया है। किसी भी सब्जेक्ट में फेल होने पर स्टूडेंट्स को दोबारा से उसी क्लास में पढ़ाई करनी होगी।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनशन (सीआईएससीई) ने अपने यहां विभिन्न क्लासेस के एनुअल एग्जाम में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को लेकर एक नया निर्देश जारी किया है। अभी तक काउंसिल से संबद्ध स्कूल के स्टूडेंट्स के किसी भी क्लास में फेल होने पर उनका री-एग्जाम कराकर उन्हें आगे प्रमोट कर दिया जाता था, लेकिन अब इसपर रोक लगा दी गई है। स्कूलों को भेजे गए ऑर्डर में कहा गया है कि अगर कोई स्टूडेंट्स क्लास में फेल होता है तो उसका री-एग्जाम न कराया जाए उसे उसी क्लास में दोबारा पढ़ाया जाए, जिसे बच्चे का बेस मजबूत हो सके। बोर्ड एग्जाम रिजल्ट सुधारने को कवायद
काउंसिल ने स्कूलों को भेजे गए लेटर में कहा कि विभिन्न क्लासेस के एनुअल एग्जाम में फेल होने पर स्कूल री-एग्जाम कराकर बच्चों को प्रमोट कर देते हैं, लेकिन यहीं बच्चे अगली क्लास में दोबारा से पिछड़ जाते हैं। उनका रिजल्ट दोबारा से खराब हो जाता है। ऐसे में री-एग्जाम बच्चों के लिए कोई खास फायदेमंद साबित नहीं हो रहा था। साथ ही जो बच्चे इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीआईएससीई) व इंडियन स्कूल ऑफ सर्टिफिकेट (आईसीसी) के रिजल्ट पर काफी प्रभाव पड़ रहा था। बीते सालों में हुए सीआईएसई व आईएससी के एग्जाम में कई स्कूलों का रिजल्ट काफी गिरा था। इसमें वह बच्चे सबसे ज्यादा शामिल थे, जो बीते क्लासेस में री-एग्जाम के माध्यम से प्रमोट होकर आए थे। खासतौर पर नौवीं और ग्याहरवीं में नो री-एग्जाम काउंसिल ने सभी स्कूलों को एक सर्कुलर भेजा है, जिसमें उसने सभी स्कूलों को कहा है कि वह नौवीं और ग्याहरवीं क्लास में एक या उसे अधिक सब्जेक्ट में फेल होने वाले स्टूडेंट्स का री-एग्जाम नहीं कराएं। इन सभी स्टूडेंट्स को दोबारा से अपनी क्लास को रिपीट करना होगा, जिसे यह बोर्ड एग्जाम के लिए अच्छे से तैयारी कर सकें। इस आदेश को सभी स्कूलों को सख्ती से लागू करने कहा गया है। साथ ही काउंसिलिंग ने नौवीं और ग्याहरवीं क्लास में बोर्ड एग्जाम के तर्ज पर ही क्वेश्चन पेपर तैयार करने को कहा है। इसके लिए काउंसिल की ओर से स्कूलों को क्वेश्चन बैंक मुहैया कराया जाएगा। काउंसिल ने सभी क्लासेस में री-एग्जाम पर रोक लगा दी है। अब स्कूल फेल होने वाले स्टूडेंट्स को री-एग्जाम लेकर प्रमोट नहीं कर सकते हैं। काउंसिल ने इसका ऑर्डर सभी स्कूलों को भेजा है। डॉ. जगदीश गांधी, मैनेजर, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल

Posted By: Mukul Kumar