GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की पहल पर डीडीयूजीयू और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की संस्था क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के बीच सोमवार को मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किया गया। यूनिवर्सिटी की तरफ से वित्त अधिकारी वीरेंद्र चौबे और क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र की तरफ से नए निदेशक डॉ। रजनीकांत ने साइन किए। केंद्र की तरफ से दस वैज्ञानिकों का प्रतिनिधिमंडल गोरखपुर यूनिवर्सिटी पहुंचा था। जिसमें मुख्य रूप से डॉ। चंद्रशेखर, डॉ। कामरान जमन, डॉ। अशोक पांडेय, डॉ। हीरावती देवल, डॉ। गौरव राज द्विवेदी, डॉ। बृजमोहन मिश्रा, डॉ। एसपी बेहेरा, डॉ। राजीव, डॉ। आदिल शमीम आदि शामिल रहे। बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंटएचओडी प्रो। शरद कुमार मिश्र ने सबका स्वागत किया। पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो। दिनेश यादव ने एमओयू की प्रस्तावना रखी।

नई टक्नोलॉजी से रूबरू होंगे स्टूडेंट

वीसी प्रो। वीके सिंह ने कहा कि एमओयू हो जाने के बाद यूनिवर्सिटी के सभी विभागों के लिए शोध एवं शिक्षा के क्षेत्र में क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के साथ काम करने का रास्ता खुल गया है। निदेशक डॉ। रजनीकांत ने बताया कि अब यूनिवर्सिटी के विज्ञान वर्ग के छात्रों को बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र की अत्याधुनिक तकनीकें सीखने का अवसर मिलेगा। डॉ। चंद्रशेखर ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों से सबको अवगत कराया। विभागाध्यक्ष प्रो। शरद कुमार मिश्र ने बताया कि यूनिवर्सिटी का कोई भी विभाग जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करना चाहता है, अब इस संस्था के साथ मिलकर संयुक्त रूप से प्रोजेक्ट बनाकर काम कर सकता है। यूनिवर्सिटी की तरफ से कार्यक्रम में प्रो। राजवंत राव, वित्त अधिकारी वीरेंद्र चौबे, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो। रविशंकर सिंह, जनसंपर्क अधिकारी प्रो। अजय शुक्ल आदि लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive