-डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल का है मामला

- नौवीं का पहले टर्मिनल एग्जाम पास करना होगा

JAMSHEDPUR: करीब एक महीना चले अनुरोध-विरोध, शिकायत व बातचीत के दौर के बाद डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल मैनेजमेंट आठवीं में फेल हुए फ्भ् स्टूडेंट्स को नौवीं में पूरे साल के लिए मौका देने तैयार हो गया है। शर्त यह है कि स्टूडेंट्स को नौवीं के पहले टर्मिनल की परीक्षा से ही अंग्रेजी प्लस चार डिफरेंट सब्जेक्ट्स में सीआइसीएसई के तहत न्यूनतम फ्भ् प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। साथ ही स्टूडेंट्स के लिए 7भ् प्रतिशत अटेंडेस भी अनिवार्य होगी। जो स्टूडेंट ऐसा कर पाने में सफल नहीं रहेंगे उनके मामले में स्कूल प्रबंधन अपना निर्णय वापस लेने को स्वतंत्र होगा। इस संबंध में डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल प्रबंधन की अध्यक्ष ललिता चंद्रशेखर की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप से प्रस्ताव रखा गया।

स्कूल का पक्ष रखा

स्कूल प्रबंधन के संयोजक बी चंद्रशेखर ने इस मामले में डीईओ से आकर मुलाकात भी की और स्कूल का पक्ष रखा। स्कूल की ओर से यह भी कहा गया कि इस संबंध में एक लिखित एकरारनामा तैयार किया जाएगा जिसपर स्कूल प्रबंधन, शिक्षा विभाग के अधिकारी व पैरेंट्स के हस्ताक्षर कराए जाएंगे। स्कूल के आठवीं कक्षा में फेल किए गए फ्भ् स्टूडेंट्स के मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा की ओर से जारी की गई नोटिस पर पिछले बुधवार को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में स्कूल प्रबंधन व पैरेंट्स के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी। पैरेंट्स व स्कूल प्रबंधन की ओर से अपना पक्ष रखने के बाद पैरेंट्स व बच्चों को नौवीं में प्रमोट कर दिए जाने की मांग पर अड़े थे। इसके बदले वे लिखकर देने को तैयार थे कि एक साल में उनमें सुधार नहीं आया तो स्कूल प्रबंधन उन्हें निकाल सकता है। डीएसई व डीइओ की ओर से शिक्षा का अधिकार अधिनियम का अनुपालन करते हुए बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रबंधन से विचार करने को कहा गया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से दो दिन का समय मांगा गया।

प्रमोट किए जानेवाले बच्चों के लिए अलग सेक्शन

जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे कुछ पैरेंट्स की यह शिकायत थी कि जिन फ्भ् बच्चों को स्कूल प्रबंधन नौवीं में प्रमोट करने को तैयार है उनके लिए अलग सेक्शन की व्यवस्था की जा रही है। यानी उन बच्चों की पढ़ाई अलग से कराई जाएगी। पैरेंट्स का कहना था कि जो बच्चे जिस सेक्शन में थे उन्हें उन्हीं में रहने दिया जाना चाहिए था।

डीबीएमएस स्कूल प्रबंधन ने हमारी बात मान ली है। आठवीं में फेल किए गए फ्भ् स्टूडेंट्स को नौवीं में पढ़ने का मौका दिया जा रहा है। स्कूल के संयोजक बी चंद्रशेखर व बच्चों के पैरेंट्स को भी समझाया गया है कि अपने बच्चों पर गंभीरता से ध्यान दें ताकि भविष्य में वे बेहतर कर सकें।

- मुकेश कुमार सिन्हा, जिला शिक्षा पदाधिकारी

Posted By: Inextlive