GORAKHPUR: डीडीयूजीयू हॉस्टल में मेस संचालित किए जाने के आड़ में विश्वविद्यालय प्रशासन और ठेकेदार के मिलीभगत से छात्रों का आर्थिक और मानसिक शोषण शुरू कर दिया गया है। यह आरोप यूनिवर्सिटी हॉस्टल के स्टूडेंट्स ने लगाया है। इसके खिलाफ मंगलवार को यूनिवर्सिटी मेन गेट पर घंटों प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स को समझाने पहुंचे चीफ प्राक्टर प्रो। प्रदीप कुमार यादव व वार्डन से स्टूडेंट्स की बहस भी हुई। उसके बाद हॉस्टलर्स वीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। छात्र नेता योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि मेस संचालन के नाम पर छात्रावासी भाइयों को लगातार परेशान किया जा रहा है। छात्रावासियों ने पूर्व में किए गए आंदोलन को इस आश्वासन पर समाप्त किया था कि उन्हें निर्धारित शुल्क पर 10 माह की मेस व्यवस्था दी जाएगी। इसमें प्रतिदिन दो वक्त का नाश्ता और भोजन दिया जाएगा। किसी भी अन्य प्रकार के मद के नाम पर शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। जिसका समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशन भी किया गया। लेकिन अब विश्वविद्यालय प्रशासन अपने वादे से मुकर गया है और विद्यार्थियों का आर्थिक और मानसिक रूप से शोषण कर रहा है। वीसी से फोन पर बातचीत के बाद दोपहर 1.30 बजे मुलाकात के आश्वासन पर विद्यार्थियों ने धरने को समाप्त किया।

प्रदर्शन में नितेश मिश्रा, संजीव त्रिपाठी, मुकेश, अंशुमान पाठक, गौरव वर्मा, आर्या यादव, अनूप, शिवम, अर्जुन, अनुभव, रामानंद, अविनाश, आदित्य, भावेश, रत्‍‌नेश, साजन, अजहर, अखिलेश, विनीत, उत्कर्ष, सतीश, सूरज, उदय आदि सैकड़ों विद्यार्थी शामिल रहे।

Posted By: Inextlive