-सलोरी में ही स्टूडेंट्स को पुलिस ने रोका

-कहा बात ऊपर तक पहुंचाई जाएगी, जुलूस निकाला तो खैर नहीं

ALLAHABAD: पुलिस ने लॉज का रेंट बढ़ाए जाने के खिलाफ आंदोलन कर रहे स्टूडेंट को सोमवार को घुड़की दी तो प्यार की झप्पी भी दी। स्टूडेंट्स को सलोरी के दुर्गा पूजा पार्क से जुलूस निकालने की इजाजत तो नहीं दी गई लेकिन यह जरूर कहा गया कि उनकी बात को ऊपर तक पहुंचा दिया जाएगा। डिमांड से लॉज मालिकों और प्रशासन को अवगत कराने का भरोसा मिलने के बाद छात्रों ने जुलूस का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया और दुर्गा पूजा पार्क में ही एसीएम को ज्ञापन सौंप दिया। चर्चा यह भी रही कि इंस्पेक्टर कर्नलगंज सिद्धार्थ तोमर ने छात्रों को चेतावनी दी थी कि अगर जुलूस निकाला गया तो सभी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया जाएगा। इसको लेकर कुछ स्टूडेंट लीडर माहौल गर्माना चाह रहे थे लेकिन स्टूडेंट ही पीछे हट गए।

छावनी में तब्दील हो गया था पार्क

नवउदय स्टूडेंट एसोसिएशन के बैनर तले स्टूडेंट्स ने सोमवार को सलोरी के दुर्गा पूजा पार्क में मीटिंग करने और डीएम ऑफिस तक जुलूस निकालने का ऐलान कर दिया था। इसके मद्देनजर पहले ही पुलिस तैयार हो गई थी। सीओ सेकेंड राजवीर सिंह, सीओ थर्ड डीपी तिवारी, इंस्पेक्टर कर्नलगंज सिद्धार्थ तोमर, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस महेश पांडेय, इंस्पेक्टर अतरसुइया अनिरुद्ध सिंह, एसओ कीडगंज उमेश कुमार पीएसी के साथ दुर्गा पूजा पार्क पर जा डटे। स्टूडेंट के पहुंचने के पहले ही काफी फोर्स जमा हो गई थी। मीटिंग बुलाने वाले स्टूडेंट्स को पहले ही पुलिस ने चेतावनी दे दी थी कि किसी को जुलूस निकालने की इजाजत नहीं मिलेगी। स्टूडेंट पुलिस का सहयोग करेंगे तो पुलिस भी उनकी बात को ऊपर तक पहुंचाएगी। पुलिस का यह फंडा काम कर गया और अधिकांश स्टूडेंट्स ने पुलिस का सहयोग करने का ऐलान कर दिया।

मुलाकात के लिए प्रतिनिधिमंडल

छात्रों को यह बताया गया था कि डीएम आज नहीं हैं। इसलिए उनकी मुलाकात नहीं हो सकती। इसके बाद छात्रों ने डीएम से वार्ता के लिए दस सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का गठन किया। इसमें पंकज प्रजापति, रितेश विद्यार्थी, दुर्गेश चंद्र त्रिपाठी, ज्ञानेंद्र पांडेय, बादल सिंह, प्रियांशु सिंह श्रीनेत, पंकज कुमार सोनकर, प्रशांत सिंह, सुमंत सिंह, विपिन सिंह को शामिल किया गया। स्टूडेंट्स का ही प्रतिनिधि मंडल अब आगे के सारे मसलों पर प्रशासन व लॉज मालिकों के साथ वार्ता करेगा। मौके पर पहुंचे एसीएम ने कहा कि प्रकरण डीएम के संज्ञान में है। मध्यस्थता कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। उधर छात्रनेता रजनीश सिंह रीशू व राणा यशवंत प्रताप सिंह ने चेतावनी दी कि स्टूडेंट्स के रूम रेंट के लिए कोई गाइड लाइन नहीं बनी तो वह उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे।

यह हैं डिमांड

-1994 के रूम रेंट एक्ट को लागू करवाया जाए

-120 वर्ग फुट के रूम का रेंट 800 रुपए से ज्यादा न हो

-ग्रेजुएशन तक की एजुकेशन को फ्री दिया जाए

-किराया बेड के हिसाब ने नहीं बल्कि रूम के हिसाब से लिया जाए

-तीन साल से पहले रेंट में बढोतरी न की जाए

-गृहकर व विद्युतकर में एक निश्चित दर तक छूट दी जाए

-एक्सीडेंट पर स्टूडेंट्स के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाए

-यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को 200 किमी तक की यात्रा में छूट दी जाए

-शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया जाए

-25 नवंबर को आंदोलन के दौरान अरेस्ट किए गए स्टूडेंट्स की जमानत करवाई जाए

Posted By: Inextlive