-गुस्साई बीए सेमेस्टर 5 की दर्जनों छात्राओं ने मारवाड़ी कॉलेज में काटा बवाल

-क्लर्क को भला-बुरा कहा, 4 दर्जन से अधिक छात्राओं का नहीं भराया फॉर्म

RANCHI: सुबह सात बजे से परीक्षा फॉर्म भरने की आस में लाइन लगीं छात्राओं के सब्र का बांध उस समय टूट गया, जब क्लर्क ने दोपहर एक बजे चालान लेने से मना कर दिया। इसके बाद लाइन में खड़ी बीए सेमेस्टर 5 की दर्जनों छात्राएं गुस्सा गई और क्लर्क को जमकर भला बुरा कह डाला। मामला मारवाड़ी कॉलेज के वीमेंस सेक्शन का है। बुधवार की सुबह सात बजे से छात्राएं लाइन में खड़ी थीं। लेकिन उनका चालान जमा नहीं हुआ, जिस वजह से चार दर्जन से भी अधिक छात्राओं का फॉर्म फिलअप नहीं हो सका।

17 अक्टूबर तक बढ़ी डेट

मारवाड़ी कॉलेज में 17 अक्टूबर तक के लिए फॉर्म भरने की डेट बढ़ा दी गई है। बुधवार को फॉर्म जमा लेने के बाद अब कॉलेज 14 अक्टूबर को खुलेगा। 14 से 17 अक्टूबर तक छात्राएं फॉर्म जमा कर सकती हैं।

देर से आते हैं स्टाफ

छात्राओं का आरोप है कि कर्मचारी बेवजह लेट लतीफी करते हैं। सुबह में भी ऑफिसियल स्टाफ देर से आते हैं और लंच के लिए भी दो घंटे से ज्यादा का समय बर्बाद करते हैं। ऐसे में छात्राओं को लाइन में ज्यादा देर खड़ा होना पड़ता है।

बारिश में छतरी का सहारा

धूप और बारिश के लिए भी मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। बुधवार को जब दोपहर में बारिश शुरू हुई तो छात्राओं के लिए छाता ही सहारा बना। फॉर्म भरने की भी मजबूरी थी। इसके साथ ही कड़ी धूप में भी फॉर्म भरने के लिए छात्राओं को खुले आसमान में ही खड़ा होना पड़ता है। छात्राओं का आरोप है कि स्टूडेंट्स की समस्याओं से कॉलेज मैनेजमेंट को कोई लेना देना नहीं है। कॉलेज में व्याप्त समस्याओं की शिकायत भी प्रिंसिपल से की गई है, लेकिन वह इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।

एक ही काउंटर है

छात्राओं का आरोप है कि मारवाड़ी कॉलेज में फॉर्म भरने के लिए सिर्फ एक ही काउंटर है, जबकि एक स्ट्रीम में 5 हजार से अधिक छात्राएं हैं। एक काउंटर होने की वजह से छात्राओं की लंबी लाइन लग जाती है। फॉर्म भरना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। ऐसे में छात्राओं का कीमती समय चालान कटाने और फॉर्म भरने में बीत जाता है। इसके अलावा भीड़ में धक्का मुक्की का सामना करना पड़ता है, वह अलग है।

क्या कहती हैं छात्राएं

परीक्षा फॉर्म भरने के लिए जब इतना समय लग जाए, तो हम पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी कब करेंगे। हमारी समस्याओं पर कॉलेज में ध्यान नहीं दिया जाता है।

रुकइया नाज

एक सिस्टम के तहत काम हो, तो सारा काम घंटों में खत्म हो जाएगा। क्या यह नहीं हो सकता है कि रौल नंबरवाइज छात्राओं का फॉर्म सब्मिट हो। फिर इतनी लाइन लगाने की क्या जरूरत है।

निखत परवीन

मैं सुबह सात बजे से ही कॉलेज में आकर लाइन में खड़ी थी, लेकिन जब चालान जमा करने का मेरा नंबर आया तो क्लर्क ने कहा कि आज नहीं होगा।

काजल

यह कोई एक दिन की समस्या नहीं है, कॉलेज में हर दिन फॉर्म भरने में फजीहत होती है। आज दिन भर लाइन लगने के बाद भी काम नहीं हुआ, अब अगले दिन फिर से लाइन में लगना होगा।

जूही

वर्जन ::::

परीक्षा फॉर्म लेने का लास्ट टाइम दोपहर एक बजे तक है। क्लर्क को पैसा लेना होता है, हिसाब मिलाना है और बैंक में भी जमा करना है। छात्रहित को ध्यान में रखते हुए परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी गई है। अब 17 अक्टूबर तक फॉर्म जमा कर सकते हैं।

-डॉ रंजीत सिंह, प्रिंसिपल, मारवाड़ी कॉलेज

Posted By: Inextlive