-मंडे से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं 12वीं के स्टूडेंट्स

-फ्राइडे को था उनका लास्ट क्लास और इसके बाद होनी थी छुट्टियां

-15 दिसंबर से है स्टूडेंट्स का प्री बोर्ड एग्जाम

-स्कूल में पटाखे फोड़ने की घटना के बाद चारों सेक्शन को किया सस्पेंड

-प्रिंसिपल ने इंटरनल मैटर बताकर की पल्ला झाड़ने की कोशिश

JAMSHEDPUR : कदमा स्थित डीबीएमएस इंगलिश स्कूल में क्ख्वीं के चारों सेक्शन के सभी बच्चों को मैनेजमेंट द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है। इससे बच्चे परेशान हैं। क्ख्वीं के स्टूडेंट्स का यह फाइनल इयर चल रहा है। फ्राइडे क्ख् दिसंबर को उनका लास्ट क्लास था और इसके बाद स्कूल में छुट्टियां होनी थी। इसके बाद मंडे से क्ख्वीं के स्टूडेंट्स का प्री बोर्ड एग्जाम भी शुरू होना है।

स्कूल नहीं जा रहे स्टूडेंट्स

जानकारी के मुताबिक स्कूल की प्रिंसिपल ने क्ख्वीं के सभी बच्चों के हॉल में बुलाया और सभी के सस्पेंशन का आदेश जारी कर दिया। पिछले मंडे से स्टूडेंट्स क्लास नहीं कर पा रहे हैं। क्भ् दिसंबर से प्री बोर्ड एग्जाम होने के कारण इस बीच उनके अधूरे कोर्स को भी कम्प्लीट किया जाना था। ऐसे में क्ख्वीं के पूरे स्टूडेंट्स को ही सस्पेंड कर दिए जाने से स्टूडेंट्स काफी परेश्ान हैं।

क्या है मामला?

कुछ दिनों स्कूल कैंपस में पटाखे फोड़ने की घटना सामने आई थी। स्कूल मैनेजमेंट ने स्टूडेंट्स से पूछताछ की, लेकिन यह नहीं पता चल सका कि पटाखे किसने फोड़े हैं। इसके बाद स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने बैठकर यह अनुमान लगाया कि क्ख्वीं का क्लास फ्राइडे को खत्म हो रहा है और बच्चों ने सेशन खत्म होने की खुशी में पटाखे फोड़े होंगे। इसके बाद क्ख्वीं के सभी चारों सेक्शन के बच्चों को सस्पेंड कर दिया।

सहमे हुए हैं स्टूडेंट्स

इस संबंध में जब स्टूडेंट्स से बात की गई तो काफी डरते हुए उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी, साथ ही यह भी कहा कि उनका नाम व फोटो न्यूजपेपर में न पब्लिश किया जाए, क्योंकि ऐसा होने पर स्कूल मैनेजमेंट उनके खिलाफ और कोई एक्शन ले सकता है। उनका कहना था कि मंडे से उनका एग्जाम होना है और ऐसे समय में बिना यह जाने की गलती किसकी है, सभी बच्चों को स्कूल आने से रोक लगाना जायज नहीं है। डीबीएमएस स्कूल में क्ख्वीं के चारों सेक्शन मिलाकर लगभग क्ब्0 बच्चे हैं। पिछले मंडे से ही स्कूल आने पर रोक लगा दी गई है। ये बच्चे स्कूल के पास तो आते हैं, लेकिन उन्हें कैम्पस के अंदर जाने की परमीशन नहीं है। इस कारण वे काफी परेशान हैं।

स्कूल से बच्चों का सस्पेंशन हमारा इंटरनल मैटर है। बच्चों का कोर्स कंप्लीट हुआ या नहीं या वे एग्जाम दे पाएंगे या नहीं इसे हम डिसाइड करेंगे।

-रजनी शेखर, प्रिंसिपल, डीबीएमएस इंगलिश स्कूल

स्कूल मैनेजमेंट यह कैसे एज्यूम कर सकता है कि फाइनल इयर के बच्चों ने ही पटाखे फोड़े होंगे। इसके अलावा मामले को इंटरनल मैटर कहना पल्ला झाड़ने वाली बात है। बच्चों के फ्यूचर के साथ खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डॉ उमेश प्रसाद, प्रेसिडेंट, जमशेदपुर अभिभावक संघ

Posted By: Inextlive