आईआईटी सीजन 7 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालो का ओपन सेंटर टेस्ट एमआईईटी कॉलेज में हुआ

टेस्ट में साइंस, ह्यूमैनिटीज और कॉमर्स तीनों स्ट्रीम के स्टूडेंट्स हुए शामिल, टेस्ट देने का दिखा स्टूडेंट्स में क्रेज

Meerut। इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट (आईआईटी) सीजन 7 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालो का ओपन सेंटर टेस्ट एमआईईटी कॉलेज में रविवार को हुआ। इस दौरान स्टूडेंट्स में टेस्ट देने का क्रेज साफ झलक रहा था। 100 सवालों के इस इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में हुई दिमागी कसरत के साथ ही स्टूडेंट्स को अपने टैलेंट को आंकने का मौका भी मिला। ओपन सेंटर टेस्ट में कुछ क्लासेज का पेपर बहुत आसान रहा तो वहीं कुछ क्लासेज के पेपर थोड़े उलझाने वाले रहे।

कई जिलों से पहुंचे स्टूडेंटस

आईआईटी के ओपन सेंटर टेस्ट में आसपास के कई जिलों से क्लास पांच से 12वीं तक के स्टूडेंट्स शामिल हुए। स्टूडेंट्स की इंटेलीजेंस परखने के लिए टेस्ट में कुल 100 सवालों के जवाब स्टूडेंट्स को ओएमआर शीट में भरने थे। टेस्ट में साइंस, ह्यूमैनिटीज और कॉमर्स तीनों स्ट्रीम के स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। टेस्ट देकर निकले स्टूडेंट्स ने बातचीत में बताया कि टेस्ट देकर अपनी क्षमता का आंकलन हो गया। साथ ही यह भी पता चला कि आगे बढ़ने के लिए किस लेवल पर तैयारी करनी होगी।

क्या कहते हैं स्टूडेंट्स

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गेनाइज आईआईटी स्टूडेंट्स की वीकनेस और स्ट्रेंथ दोनों को सामने लाकर रख देता है। मुझे टेस्ट में पर्टिसिपेट कर काफी अच्छा लगा। मैं आगे भी इस टेस्ट में पर्टिसिपेट करता रहूंगा।

वरदान, स्टूडेंट

आईआईटी से आपको अपने अंदर झांकने का मौका मिलता है। आपको अपने प्रिप्रेशन लेवल का पता चल जाता है। पेरेंट्स के लिए भी ये एक अच्छा मौका है, जिसमें वो बच्चे की कमियां और खूबियां जान सकते हैं।

सृष्टि, स्टूडेंट

मैंने इस टेस्ट में पर्टिसिपेट करने के लिए काफी तैयारी की थी। ऑब्जेक्टिव सवालों के जवाब हमारे सामने थे, बस सही को पहचानने की देर थी। पेपर हमारे ही स्टैंडर्ड का था।

तनु, स्टूडेंट

मैंने आईआईटी के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था। मेरा टेस्ट काफी अच्छा गया है। रिजल्ट से मुझे और पेरेंट्स को कम से कम यह पता चल सकेगा कि मेरी रुचि किसी फील्ड में है।

केशव, स्टूडेंट

सभी सब्जेक्ट पर आधारित सवाल थे। मुझे जिस सब्जेक्ट में इंट्रेस्ट है, उसके अधिकांश सवाल मैंने सॉल्व कर लिए। देखते हैं कि रिजल्ट क्या आता है।

अराध्या, स्टूडेंट

पेपर बहुत ही अच्छा आया था। मैंने मैथ्स पार्ट अच्छे से सॉल्व किया है। सब कुछ आसान आया था, बहुत मजा आया पेपर देकर।

मोनिका, स्टूडेंट

क्या कहते हैं टीचर्स

हर पेरेंटस का सपना होता है उनके बच्चे का फ्यूचर सिक्योर हो। इस एग्जाम के जरिए पेरेंट्स को भी बच्चों के इंट्रस्ट का पता लगता है कि वो किस सब्जेक्ट में बेहतर कर पाएगा और किस में नहीं।

डॉ। रामेशचंद धीमान, एग्जाम कोर्डिनेटर

सिर्फ बच्चों पर हर वक्त अपना ही दबाव बनाते रहना ठीक बात नहीं है। बच्चों को आईआईटी में पर्टिसिपेट कराने से उनकेअंदर से एग्जाम की झिझक तो खत्म होती ही है, साथ में उनके अंदर छिपी प्रतिभा केबारे में भी पता चलता है।

डॉ। कपिल देव शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर, सेंटर

कई बार हम किसी एक टेस्ट के जरिए ही काफी अच्छी चीजें पा लेते हैं। जिसकी कीमत का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। इस टेस्ट के जरिए न केवल बच्चे नॉलेज गेन करते हैं बल्कि उन्हें सही दिशा भी मिलती है।

डॉ। हनी तोमर, असिस्टेंट प्रोफेसर, सेंटर

Posted By: Inextlive