जमशेदपुर : कोल्हान यूनिवर्सिटी में हुए घोटालों और जांच रिपोर्ट पर अब तक कार्रवाई नहीं होने तथा छात्रों को लगातार परेशान करने के मामले में छात्र आजसू ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. छात्र आजसू के कार्यकर्ताओं ने साकची स्थित कोल्हान विवि के शाखा कार्यालय में बुधवार को प्रदर्शन किया है. कार्रवाई की मांग को लेकर छात्र आजसू ने 72 घंटे की समय सीमा निर्धारित की है. इसके बाद संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दी है. छात्र आजसू के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अधिकारी जांच करते हैं, कार्रवाई कुछ नहीं है. पेपर लीक प्रकरण में लिप्त शिक्षक का ट्रांसफर होने के बाद फिर से उसी कॉलेज में पदस्थापित किया जा रहा है. सीबीसीएस सिस्टम लागू होने के बावजूद सत्र लेट हैं. घोटालों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

----

ये सवाल उठाए

-पिछले वर्ष चांसलर पोर्टल के माध्यम से छात्रों का नामांकन हुआ. प्रथम सेमेस्टर जो 6 महीने में होना चाहिए था, उसे लेने में 12 माह लग गए. फाइनल सेमेस्टर देने में और समय लगेगा. छात्रों के आर्थिक नुकसान की जिम्मेदारी कौन लेगा?

-वर्तमान में प्रथम सेमस्टर का पंजीयन स्लिप लगभग 20 प्रतिशत छात्रों का ऑनलाइन प्राप्त नहीं हो पाया पाया है. उनके एडमिट कार्ड में पंजीयन नंबर नहीं है, एप्लाइड फॉर लिखा हुआ है. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?

-ओल्ड कोर्स से जुड़ा हुआ नोटिफिकेशन कब आता है, कब समय पर हो जाता है किसी भी छात्रों को पता भी नही चल पाता है. इस कारण छात्र अब तक फार्म नहीं भर पाए हैं.

--

इन मामलों में कार्रवाई नहीं

-वीमेंस कॉलेज में कुछ वर्ष पहले एक कॉमर्स के शिक्षक पर प्रश्न पत्र लीक करने और अपने कोचिंग के छात्रों को उपलब्ध कराने का मामला प्रकाश में आया था. कार्रवाई के नाम पर उस शिक्षक का ट्रांसफर कर दिया गया. लेकिन फिर से उसे वीमेंस कॉलेज में पदस्थापित कर दिया गया.

-पिछले साल ग्रेजुएट कॉलेज में बीएड के नामांकन में अनियमितता बरती गई. कम अंक वालों का नामांकन कर दिया गया. मामले की जांच भी हुई, लेकिन कार्रवाई नहंी.

-सिंडिकेट ने वित्तीय घाटा का मामला पकड़ा, लेकिन संबंधित दोषी पदाधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

-भवन निर्माण में भी व्यापक अनियमितता बरती गई, खासकर रुसा के कार्यो में. बस जांच रिपोर्ट गई. कार्रवाई शून्य.

-को-ऑपरेटिव में बीएड नामांकन घोटालें की जांच भी ठंडे बस्ते में. जांच पर जांच नहीं हुई कोई कार्रवाई.

-पीएचडी में अनियमितता को लेकर भी कई सवाल खड़े गए. पदाधिकारियों को इधर से उधर किया गया. शो-कॉज किया गया. इसके आगे कार्रवाई कुछ नहीं.

Posted By: Kishor Kumar