-यूपी बोर्ड सचिव ने सभी जिलों के डीआईओएस को जारी किया निर्देश

-अब स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षा में नहीं उतारने पड़ेंगे जूता और मोजा

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PRAYAGRAJ: बोर्ड परीक्षा के दौरान अब स्टूडेंट्स को जूता-मोजा उतारकर क्लास में बैठने की झंझट से मुक्ति मिल गई है। अब स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा के दौरान भी जूता और मोजा पहन कर बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। बोर्ड की ओर से इस बारे में सभी जिलों के डीआईओएस को निर्देश भी जारी कर दिया गया है। ताकि आगामी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान स्टूडेंट्स को इस समस्या से निजात मिल सके। बोर्ड की ओर से तत्काल प्रभाव से आगामी परीक्षाओं में नई व्यवस्था को लागू करने का निर्देश दिया गया है।

विधान परिषद में उठा सवाल, हुआ एक्शन

बोर्ड परीक्षा के दौरान स्टूडेंट्स के जूता व मोजा क्लास रूम के बाहर ही उतरवाकर परीक्षा दिलाने की व्यवस्था की जा रही थी। केन्द्र व्यवस्थापकों की ओर से जबरन स्टूडेंट्स के साथ ऐसा किया जा रहा था। इसके बाद विधायक वीर विक्रम सिंह द्वारा विधान सभा में प्रश्न उठाते हुए सूचना दी गई। इस पर शासन की ओर से निर्देश मिलने के बाद सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने सभी जिलों के डीआईओएस और केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि परीक्षा में बैठने वाले सभी स्टूडेंट्स के जूता-मोजा उतरवाकर परीक्षा देने के लिए मजबूर न किया जाए। इसके स्थान पर परीक्षा से पूर्व ही परीक्षा कक्ष के बाहर सभी स्टूडेंट्स के जूता और मोजा की भली-भांति जांच अवश्य रूप से कराई जाए। इससे परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और परीक्षा की सुचिता पर कोई प्रश्नचिन्ह न लगे।

आखिर क्यों उतरवाते थे जूता-मोजा?

यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इसकी शुरुआत हुई थी। कई बार स्टूडेंट्स के जूतों में नकल सामग्री पाई गई थी। इसकी वजह से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की गई। बाद में नकल रोकने के लिए स्टूडेंट्स के जूते-मोजे एग्जाम सेंटर्स पर बाहर उतरवा लिए जाते थे।

ठंड लेने लगी थी 'परीक्षा'

नकल रोकने के लिए स्टूडेंट्स के जूते-मोजे तो क्लास के बाहर उतरवा लिए जाते थे। इसके बाद स्टूडेंट्स की असली परीक्षा शुरू होती थी। असल में पिछले साल से बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के फ‌र्स्ट वीक में ही शुरू हो रही हैं। इससे कड़कड़ाती ठंड में स्टूडेंट्स को नंगे पांव बैठकर एग्जाम देना पड़ता था।

वर्जन

सभी जिलों के केन्द्र व्यवस्थापकों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिया गया है। इससे स्टूडेंट्स को ठंड के मौसम में भी बोर्ड परीक्षा में दिक्कत नहीं होगी।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive