Jamshedpur: प्लस टू कंप्लीट करने के बाद अक्सर स्टूडेंट्स कॉलेज और कोर्स के सेलेक्शन को लेकर कंफ्यूज रहते हैं. मनपसंद कॉलेज मिलता है तो च्वाइस का कोर्स नहीं अगर कोर्स मिल गया तो पसंद का कॉलेज नहीं. सिटी के स्टूडेंट्स भी इन दिनों कुछ इसी परेशानी से गुजर रहे हैं.

Confuse हैं students
इंटर का रिजल्ट आने में भले ही कुछ सप्ताह बचा है पर आगे की पढ़ाई के लिए अभी से एक्सरसाइज स्टार्ट हो गया है। रिजल्ट का वक्त जैसे-जैसे करीब आ रहा है निशा की चिंता बढ़ती जा रही है। प्लस टू के बाद उसने बीबीए करने का मन बनाया है, अब कॉलेज को लेकर कंफ्यूजन पैदा हो गई है, जमशेदपुर के ही किसी कॉलेज से कोर्स कंप्लीट करे या फिर कहीं बाहर जाए। सौरव भी किसी खास कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है, अब प्रॉब्लम है कि मनपसंद कोर्स ना मिला तो क्या उसी कॉलेज में अन्य सब्जेक्ट के साथ पढ़ाई की जा सकती है। कुछ इसी तरह की परेशानी से कई स्टूडेंट गुजर रहे हैं। रिजल्ट के बाद अचानक से एडमिशन का प्रेशर न आ जाए इसलिए स्टूडेंट्स अभी से फ्रेंड्स, टीचर्स, पैरेंट्स और कॅरियर काउंसलर्स से एडवाइस लेकर राइट सेलेक्शन के लिए खुद को प्रिपेयर कर रहे हैं।

सही college का selection है जरूरी
कोर्स कोई भी हो अगर टीचिंग फैसिलिटी अच्छी ना हो तो फिर स्टूडेंट के लिए काफी मुश्किल हो सकती है, ये कहना है करीम सिटी कॉलेज की मास कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट की एचओडी नेहा तिवारी का। उन्होंने कहा कि किसी भी कोर्स को सक्सेसफुली कंप्लीट करने के लिए कॉलेज की फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर और डिसीप्लिन को देखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वोकेशनल कोर्सेज के मामलों में इन चीजों के साथ-साथ प्लेसमेंट का ध्यान रखना भी जरूरी है। अगर कॉलेज अच्छा हो तो स्टूडेंट च्वाइस का सब्जेक्ट न मिलने पर भी अच्छा परफार्म कर सकता है। कॉलेज सेलेक्शन की परेशानी से बचने के लिए उन्होंने स्टूडेंट को एक से ज्यादा कोर्सेज का ऑप्शन रखने की सलाह दी ताकि अगर एक कोर्स में एडमिशन न मिल पाए तो भी स्टूडेंट्स के पास रास्ता रहे।

Course को ध्यान रखना भी जरूरी
वहीं इस मामले में कई एक्सपर्ट कुछ अलग राय रखते हंै। करियर काउंसलर के बी मिश्रा ने बताया कि कॉलेज कैसा भी हो अगर स्टूडेंट का कोर्स में इंट्रेस्ट नहीं तो फिर स्टडी में काफी दिक्कतें आती हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रॉब्लम से बचने के लिए स्टूडेंट को चाहिए कि वो उन कॉलेजेज की लिस्ट बनाएं जहां उनके सेलेक्टेड कोर्स अवेलेबल हों। ऐसे में किसी एक कॉलेज में एडमिशन न होने पर अन्य अच्छे कॉलेज में एडमिशन होने का ऑप्शन खुला रहता है।

'स्टूडेंट्स को अपनी पसंद के कोर्स में ही एडमिशन लेना चाहिए। हालांकि कॉलेज काफी मायने रखता है पर च्वाइस का कोर्स मिल जाए तो थोड़ा सा कंप्रोमाइज किया जा सकता है.'
-केबी मिश्रा, करियर काउंसलर

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in

Posted By: Inextlive