-बीजेपी नेत्री व डोमेस्टिक गैस डिस्ट्रीब्यूशन एसोसिएशन की अध्यक्ष रंजना सोलंकी की 5 लाख रुपए में दी गई थी सुपारी

-बरेली जेल में रची गई थी साजिश, पुराने नोट होने के चलते शूटर्स ने वापस कर दिए थे रुपए, हरदोई पुलिस ने किया खुलासा

BAREILLY: नोटबंदी से जान जाने की खबरों का खूब होहल्ला मचा लेकिन बरेली में नोटबंदी ने बीजेपी नेत्री व डोमेस्टिक गैस डिस्ट्रीब्यूशन एसोसिएशन की अध्यक्ष रंजना सोलंकी की जान बचा ली। बरेली जेल में रंजना सोलंकी के मर्डर की 5 लाख रुपए में सुपारी दी गई थी। शूटर्स ने 5 लाख रुपए भी ले लिए थे लेकिन उसने पुराने नोट होने के चलते नोट वापस कर दिए थे और मर्डर टाल दिया था। बीजेपी नेत्री की सुपारी लेने वाले शूटर्स ने ही हरदोई डिस्ट्रिक्ट के सुरसा थाना के मलिहामऊ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय मिश्रा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। ट्यूजडे को हरदोई पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए तीन शूटर्स को गिरफ्तार किया है। वारदात में शामिल चार आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। एक शूटर को दो दिन पहले बरेली से पकड़ा गया था, जिसका सबसे पहले आईनेक्स्ट ने खुलासा किया था।

दो दिन पहले आकर रुके थे होटल में

एसपी हरदोई राजीव मल्होत्रा ने बताया कि 28 दिसंबर को पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय मिश्रा की उनके ही कॉलेज में गोलियों से भूनकर हत्या के केस में तीन शूटर्स सैण्डोला फैजगंज बेहटा निवासी अखिलेश उर्फ आकाश यादव व कन्हैया शर्मा और खेड़ा बझेड़ा जैतीपुर शाहजहांपुर निवासी नवीन मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में अखिलेश ने बताया कि वह वर्ष 2015 में बरेली की जेल में बंद था। यहां पर राजेंद्र सिंह उर्फ राजू भदैचा ने उसे संजय मिश्रा का मर्डर करने के लिए 20 लाख रुपए की सुपारी दी थी। होली के दो महीने बाद वह जेल से छूटकर आ गया था। तबसे से वह लगातार संजय मिश्रा के मर्डर की प्लानिंग कर रहे थे लेकिन मौका नहीं मिला। 26 दिसंबर 2016 को वह अपने साथियों के साथ हरदोई पहुंचा और रैकी की। जिसके बाद वे होटल में फर्जी आईडी पर रुके और फिर 28 दिसंबर को प्लान के तहत बाइक से पहुंचे और संजय मिश्रा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी।

बंदी रक्षक कराता था मोबाइल पर बात

पुलिस पूछताछ में शूटर अखिलेश ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट जेल बरेली में तैनात बंदी रक्षक सुनील सिंह चौहान जेल मैनुअल के खिलाफ जाकर इलाहाबाद ही हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद बंदी रक्षक राजेंद्र कुमार से मोबाइल पर बात कराता था। कॉल डिटेल में भी यह बात सामने आयी है। हरदोई पुलिस ने बंदी रक्षक को पूछताछ के लिए हरदोई बुलाया था और दो दिन पहले हरदोई पुलिस ने बरेली जेल सुपरिंटेंडेंट से भी मुलाकात कर बंदी रक्षक से पूछताछ की। हरदोई एसपी ने बंदी रक्षक पर कार्रवाई के लिए जेल विभाग को पत्र लिखा है। जेल सुपरिंटेंडेंट दधीराम मौर्या का कहना है कि यदि बंदी से जेल मैनुअल ब्रेक किया है तो उसके खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की जाएगी।

ढाई महीने पहले रंजना की दी गई थ्ाी सुपारी

पूछताछ में अखिलेश ने बताया कि उसे जेल के अंदर से ही बीजेपी नेत्री रंजना सोलंकी की भी सुपारी दी गई थी। सुपारी की रकम 10 लाख से तय हुई थी और फिर 8 लाख और बाद में 5 लाख रुपए में बात फाइनल हो गई थी। उसे सुपारी की रकम भी दी गई लेकिन जब उसने देखा कि रकम पुराने नोट में है तो उसने सुपारी देने वाले को रकम वापस कर दी थी। रंजना सोलंकी का कहना है कि उन्हें जेल से ही सुपारी दिलाई गई होगी क्योंकि उनके पति की हत्या में निर्माण सिंह और चंद्रभान सिंह जेल में बंद हैं। जिन्हें कुछ दिनों पहले ही आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।

Posted By: Inextlive