हाई-फाई रेस्तरां के पेपर मेन्यू में मौजूद टिपिकल नाम वाली डिश को वीडियो मेन्यू में प्रेजेंट करने के टर्म को फीडोस का नाम मिला। फूड+वीडियोस =फीडोस। सो अब फूड मेन्यू में किसी डिश का नाम आपका भी सिर घुमा दे तो फीडोस से आपकी हेल्प करेगा ये नया स्टार्टअप डैश...


features@inext.co.inKANPUR: किसी भी बड़े रेस्तरां में जाकर लंच या डिनर को एंज्वॉय करना सभी को अच्छा लगता है, लेकिन आजकल के टिपिकल होते जा रहे मेन्यू कार्ड से डिशेज का सेलेक्शन करना लगभग सभी को किसी मुसीबत से कम नहीं लगता। आपके साथ भी कुछ ऐसी ही प्रॉब्लम आती है, तो अब हो जाइए फुल ऑन टेंशन फ्री। ये नया स्टार्टअप डैश बनाएगा आपको इस काम को सुपर ईजी, वो भी बेहद इंट्रेस्टिंग तरीके के साथ। क्या है ये डैश दिल्ली की मोनिका नरूला, गुंजन मेहरिश और नूपुर तिवारी ने मिलकर पेपर मेन्यू की जगह नया विडियो मेन्यू का कॉन्सेप्ट निकाला। इन्होंने अपने इस कॉन्सेप्ट को नाम दिया डैश का।  ये डैश एक फूड टेक स्टार्टअप है, जो अपने कस्टमर्स को वीडियोज की हेल्प से रेस्तरां आदि के मेन्यू की पूरी इन्फॉर्मेशन देता है। यह है डैश का मेथड


डैश की को-फाउंडर मोनिका कहती हैं कि किसी भी चीज को परचेज करने से पहले लोग उसका सैंपल देखना चाहते हैं। ठीक इसी तरह डैश अपने कस्टमर्स के सामने टैबलेट्स के जरिए खाने से पहले डिशेज वगैरह के 15 सेकेंड्स के वीडियोज सर्व करते हैं, जिसकी हेल्प से कस्टमर्स को काफी सहूलियत मिलती है। फाउंडर्स का कहना है कि डैश रेस्ट्रॉन्ट्स को सोशल मीडिया कॉन्टेन्ट भी उपलब्ध कराता है और कस्टमर्स को ऑनलाइन मेन्यू भी शेयर कराता है। ऐसे क्लिक किया आइडिया स्टार्टअप की को-फाउंडर गुंजन इसके आइडिया को लेकर बताती हैं कि कस्टमर्स का नए तरह की डिशेज और ड्रिंक्स में लगातार इंट्रेस्ट बढ़ रहा है और वे हमेशा ही कुछ इनोवेटिव ट्राई करना चाहते हैंं। इसी फैक्ट पर फोकस करते हुए उन्होंने डैश के आइडिया पर काम किया और उसको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उतार दिया। वैसे डैश के आइडिया पर काम 2015 में ही शुरू कर दिया गया था, लेकिन उद्योगपति रतन टाटा की फंडिंग का सहयोग मिलने के बाद इसे नई दिल्ली के आईटीसी मौर्य शेरटन से लॉन्च किया गया। फ्यूचर के लिए ऐसी है प्लानिंग डैश की क्लाइंट लिस्ट में दिल्ली के मैरियट, ली-मेरिडियन, मामागोटो रेस्ट्रॉन्ट्स और ताज होटल्स जैसे बड़े नाम शामिल हैं। वहीं अब इसकी टीम की प्लानिंग है कि जल्द ही अपने प्रोडक्ट को अराउंड द कंट्री और फॉरेन तक भी पहुंचाया जाए। इस साल के लास्ट तक पुणे और बेंगलुरु में भी डैश को लॉन्च किया जाना है। ऐसे मिला परफेक्शन

चूंकी डैश के सभी फाउंडर्स स्टार्टअप शुरू करने से पहले मीडिया की फील्ड से लंबे समय से जुड़े थे और उनके पास प्रोडक्शन और कॉन्टेन्ट की फील्ड में 20 सालों का पुराना एक्सपीरियंस भी था, इसलिए टीम को अपने स्टार्टअप के लिए कॉन्टेन्ट तैयार करने में कोई प्रॉब्लम नहीं आई। ऐसी है टीम चार फाउंडर सदस्यों के अलावा इस ऑनलाइन स्टार्टअप के पास इस समय 16 लोगों की टीम है। इनकी ये टीम अलग-अलग तरह से अपनी रिस्पॉन्सबिलिटी संभालती है और अपने ऑनलाइन मेन्यू को बराबर अपडेट भी करती रहïती है। इनके मेन्यू में वेज, नॉनवेज, थाई, मुगलई, साउथ इंडियन हर तरह की डिशेस शामिल हैं। Success Story: महंगी ख्वाहिशों को सस्ते में पूरा करता मटरफ्लाईSuccess Story:'चिंपल्स' का ड्रीम प्रोजेक्ट बना बच्चों का टैब स्कूल, इस तरह होती है पढ़ाईरेस्टोरेंट्स में आजकल के मेन्यू में खाने के अजीबो-गरीब नामों की लिस्ट को लेकर लोगों की उलझन को सॉल्व करने के लिए इस डैश को लॉन्च किया गया है। इस प्लेटफॉर्म पर लोग अपनी पसंद की हुई डिश को वीडियो में देखकर सेलेक्ट कर पाएंगे।   नुपूर तिवारी

Posted By: Vandana Sharma