सीबीएसई ने मांगे अभिभावकों से सुझाव

नैतिक शिक्षा पर जोर देने के लिए बोर्ड का फैसला

Meerut। क्लास 1 से 12 तक के सब्जेक्ट्स को और अधिक बेहतर बनाने व करिकुलम कम करने के लिए अब पेरेंट्स एचआरडी मिनिस्ट्री को गाइड करेंगे। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानि सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर बकायदा पेरेंट्स से सुझाव भी मांगे हैं। सब्जेक्ट्स एक्सपर्ट के अलावा पेरेंट्स के सुझावों को ध्यान में रखकर आगामी सेशन के लिए मिनिस्ट्री करिकुलम तैयार करेगी।

एक्टिविटीज जरूरी

बोर्ड के मुताबिक अभी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सिर्फ किताबों व एग्जाम तक सीमित रह गई हैं।

बच्चों में फिजिकल एजुकेशन, लाइफ स्किल डेवलपमेंट, वैल्यू एजुकेशन, स्पोटर्स, हेल्थ एजुकेशन के साथ क्रिएटिव स्किल्स विकसित नहीं हो पा रही है।

एजुकेशन का उददेश्य बच्चों का ओवर ऑल डेवलपमेंट हैं, जो अभी तक मिसिंग है।

6 अप्रैल तक दें सुझाव

एचआरडी मिनिस्ट्री ने पेरेंट्स के साथ ही एनजीओ व एजुकेशन फील्ड से जुड़े लोगों से 6 अप्रैल तक सुझाव मांगे हैं।

एनसीईआरटी का करिकुलम कम करने के साथ ही क्वालिटी एजुकेशन मेनटेन करने वाले फीडबैक को वरीयता दी जाएगी।

सुझावों के आधार पर करिकुलम कम किया जाएगा जिससे बच्चों को पढ़ाई से अलग टाइम मिलेगा और वह एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में फोकस कर सकेंगे।

इनका है कहना

यह एक अच्छी शुरुआत है। पेरेंट्स को खुलकर अपने सुझाव देने चाहिए । इससे बच्चों के लिए बेहतर कल का निर्माण हो सकेगा ।

निधि मलिक

यह सरकार की एक अच्छी पहल है। हमने भी सुझाव भेजा है। थ्योरी के साथ एक्टिविटीज को भी शामिल करना चाहिए ।

रिचा सिंह

बच्चों पर पढ़ाई का बोझ कम करने के लिए यह एक अच्छी पहल है। आज के समय को देखते हुए सिलेबस में वैल्यू एजुकेशन का पाठ शामिल होना जरूरी है।

कल्पना पांडे

Posted By: Inextlive