भारत के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर ने अपने करियर के सबसे कठिन दिनों का याद किया। गावस्कर का कहना है कि साल 1982/83 पाक दौरे पर इमरान खान जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे थे उनका सामना करना मुश्किल था।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। बल्लेबाजी के दिग्गज सुनील गावस्कर ने कहा कि भारत का 1982/83 पाक दौरा उनके करियर के सबसे कठिन दिनों में से एक था। उस दौरे पर पाकिस्तान के तेज गेंदबाज इमरान खान और सरफराज नवाज को गेंदबाजी के दौरान रिवर्स स्विंग मिल रही थी। जिसके चलते बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था। गावस्कर ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमिज राजा के साथ यूट्यूब पर बातचीत में कहा, '1982-83 में जब भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया और जिस तरह से इमरान खान ने गेंदबाजी की वह कभी नहीं भुलाया जा सकता। इस सीरीज में इमरान ने 40 विकेट चटकाए थे।

भारत ने 0-3 से गंवाई थी सीरीज

गावस्कर जिस भारत-पाक सीरीज की बात कर रहे, वह भारत के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी। पाकिस्तान ने छह मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0 से जीती और कप्तान इमरान ने सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। भारत के लिए, कपिल देव 24 विकेट के साथ सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। हालांकि उस साल कपिल ने अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार वर्लडकप दिलवाया, मगर उस पाक दौरे पर गावस्कर के हाथ में टीम इंडिया की कमान थी और भारत बुरी तरह हारकर लौटा था।

इमरान की गेंदें उगल रही थी आग

गावस्कर ने आगे कहा, 'उस सीरीज में हर स्पेल में इमरान और सरफराज हमारा टेस्ट कर रहे थे। उन दिनों किसी ने रिवर्स स्विंग के बारे में सुना या देखा नहीं था। नई गेंद कोई समस्या नहीं थी, लेकिन जिस तरह से गेंद लंच के स्विंग कर रही थी, उसका सामना करना मुश्किल था।' यही नहीं गावस्कर ने न्यूजीलैंड के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी रिचर्ड हेडली को भी बेहतरीन गेंदबाज बनाया। लिटिल मास्टर कहते हैं, "रिचर्ड हैडली की गति और स्विंग का उन परिस्थितियों में सामना करना बहुत ही मुश्किल था।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari