आवास योजना के लाभार्थियों पर 48 करोड़ से ज्यादा का बकाया

1329 से ज्यादा हो चुकी है विभाग के बकायेदारों की संख्या

Meerut। आवास-विकास अब अपने बकाएदारों से वसूली के लिए उनको एक मुश्त समाधान योजना यानि ओटीसी का लाभ देने की योजना बना रहा है। इस योजना के तहत बकाया चुकता करने वाले आवेदकों को आवास-विकास अच्छी खासी रियायत देगा। विभाग के रिकार्ड में मेरठ में पिछले 24 साल से बकायेदारों की संख्या में पांच गुना इजाफा हुआ है।

बकायेदारों को मिलेगा लाभ

आवास-विकास के आंकड़ों पर नजर डालें तो विभाग के बकायेदारों की संख्या 1329 के पार पहुंच चुकी हैं। इन बकायेदारों में माधवपुरम में अल्प आय आवास योजना के लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है। इसके अलावा बकायेदारों में जागृति विहार, मोहनपुरी और शास्त्रीनगर के एलआईजी आवास के लाभार्थी शामिल हैं। जिन्होंने आवास-विकास की योजना में शामिल होकर आवास तो ले लिया लेकिन उसकी किश्त जमा करनी बंद कर दी।

48 करोड़ से ज्यादा बकाया

मूल और ब्याज मिलाकर बकायेदारों पर विभाग का करीब 481304709.65 करोड़ से अधिक का बकाया हैं। विभाग की मानें हर साल नोटिस भेजने के बावजूद विभाग आज तक इस रकम का 10 प्रतिशत भी वसूल नहीं कर पाया है। ऐसे में ओटीएस स्कीम विभाग के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।

29 करोड़ से अधिक ब्याज

हालत यह है कि पिछले 24 साल से अटके हुए बकाये पर लगने वाली पेनल्टी या कहें कि ब्याज, मूल रकम से अधिक हो गया है। विभाग के 1329 बकायेदारों पर करीब 182064887.30 करोड़ का मूल बकाया है लेकिन इस पर हर साल लगने वाले ब्याज की रकम अब 299239822.35 करोड़ रूपये के भी पार हो गई है।

मुख्यालय स्तर पर ओटीएस योजना पर विचार चल रहा है। पूरे प्रदेश में यह योजना एक साथ लागू की जाएगी।

नरेश बाबू, संपत्ति अधिकारी, आवास-विकास

Posted By: Inextlive