मैचों में पानी की बर्बादी को लेकर आईपीएल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। एक याचिका की सुनवाई के दौरान महाराष्‍ट्र में चल रहे जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्‍ट्र में आईपीएल के मैचों पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल के मैच महाराष्ट्र से बाहर कराए जाने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए य फैसला सुनाया है। बुधवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा कि फैसला राज्य के हित में लिया गया है।


जनता के लिए नहीं है पीना का पानी- सुप्रीम कोर्टबॉम्बे हाई कोर्ट ने सूखे से जूझ रहे महाराष्ट्र में आईपीएल मैचों के दौरान स्टेडियम मेंटीनेंस में पानी की बर्बादी पर चिंता जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि जनता को पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में स्टेडियम के लिए पानी नहीं दिया जा सकता। कोर्ट ने बीसीसीआई से मैचों को राज्य से बाहर शिफ्ट करने को कहा था। आईपीएल मैचों पर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुंबई और महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी और राज्य में मैच कराने की अनुमति देने को कहा था। इन्होंने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाए जाने की मांग की थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इनकी अर्जी खारिज कर दी है। ग्रांउड में यूज होगा सीवेज ट्रीटेड पानी- पी चिदंबरम


हाई कोर्ट के आदेश पर बीसीसीआई ने 30 अप्रैल के बाद मैचों को राज्य के बाहर शिफ्ट करने की योजना बनाई है। एक मई को एक और मैच कराने की अनुमति हाई कोर्ट ने दे दी। एक मई के बाद राज्य में आईपीएल का कोई मैच नहीं होगा। कोर्ट में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से वरिष्ट वकील पी. चिदम्बरम और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए। दोनों ही तरफ से ये कहा गया की पीने के पानी का इस्तेमाल मैच के लिए नहीं किया जाएगा। सीवेज के पानी को ग्राउंड के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा सिर्फ स्टेडियम में टॉयलेट्स के लिए सीवेज ट्रीटेड पानी इस्तेमाल होगा। चिदंबरम ने कहा की हमें 6 मैचों के लिए 4 लाख 80 हजार लीटर सीवेज ट्रीटेड पानी की जरुरत होगी। स्टेडियम में पानी की लाइन कटवा देते है फिर कराए मैच- सुप्रीम कोर्ट

सुनवाई के दौरान एक बार जस्टिस टी एस ठाकुर ने कहा की हम स्टेडियम में पानी की लाइन का कनेक्शन कटवा देते हैं और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर देते हैं जो ये देखेगा की एक बूंद भी पीने का पानी ग्राउंड के लिए इस्तेमाल न हो। इस पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा की स्टेडियम में लोगों के लिए टॉयलेट्स में पानी की जरुरत होगी। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच ने सारी जिरह के बाद अंत में कहा प्रदेश में सूखे की स्थिति है। बिना वजह विवाद में क्यों पड़ना। स्टेडियम में सीवेज के ट्रीट किए हुए पानी को लोग टॉयलेट्स के लिए या पीने के लिए इस्तेमाल करेंगे यह कौन देखेगा। बेहतर यही है कि आईपीएल के मैच महाराष्ट्र के बाहर शिफ्ट कर दिए जाएं। राजस्थान सरकार से राजस्थान हाई कोर्ट ने मांगा जवाबराजस्थान हाई कोर्ट ने आईपीएल मैच कराए जाने को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट ने मैच के लिए पानी के इंतजाम को लेकर सरकार से पूछा है कि अब तक आईपीएल मैचों में पानी के क्या इंतजाम किए गए हैं। कोर्ट ने इसके लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया है। मामले की अगली सुनवाई 3 मई को होगी। बता दें कि सूखे की वजह से महाराष्ट्र से आईपीएल को दूसरे राज्यों में शिफ्ट किया गया। जिनमें से कुछ मैच जयपुर में होने है। राज्य में पानी की समस्या को देखते हुए बीसीसीआई के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दी गई थी।

Posted By: Prabha Punj Mishra