सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई और इसके पीछे का राज क्या है। इसका खुलासा दिवंगत कलाकार की डायरी से हो सकता है। सुशांत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह का कहना है कि सीबीआई को सुशांत की डायरी के आखिरी पन्नों को ध्यान से पढ़ना होगा। शायद उसमें मौत का रहस्य छिपा हो।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पीछे का रहस्य हर गुजरते दिन के साथ बदल जाता है। वरिष्ठ वकील विकास सिंह, जो दिवंगत अभिनेता के पिता केके सिंह की तरफ से केस लड़ रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि सुशांत की निजी डायरी के पिछले कुछ पन्नों से राज खुल सकता है। हो सकता है, इसमें किलर का रहस्य छुपा हो। आईएएनएस से ​​विशेष रूप से बात करते हुए, पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (ASG) और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा: "वैसे मेरे अनुसार वह डायरी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर सुशांत रोज लिख रहा था कि उसके दिमाग में क्या है तो अगर उसने आत्महत्या कर ली है, तो कुछ तो होना ही चाहिए क्योंकि उसने यह कदम क्यों उठाया या अगर यह हत्या थी, तो किस वजह से की। सिंह ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि जांच एजेंसी पिछले कुछ पन्नों को फिर से हासिल करने में सक्षम है क्योंकि यह बहुत सारी चीजों को उजागर कर सकता है।'

सीबीआई कहीं भी कर सकती है जांच
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गुरुवार को इस केस का जिम्मा लिया। अधिवक्ता ने कहा इसी के साथ अधिकार क्षेत्र का मुद्दा भी हल हो जाएगा क्योंकि यह अब एक केंद्रीय जांच एजेंसी के हाथ में है और वह भारत भर से किसी भी मामले की जांच कर सकती है। सिंह ने कहा, "न्यायिक क्षेत्र का इस्तेमाल सिर्फ मुंबई पुलिस द्वारा बहाने के रूप में किया जाता है ताकि मामले की जांच के लिए पटना पुलिस को सहायता न दी जा सके क्योंकि कानून अच्छी तरह से व्यवस्थित है और इस तरह की सहायता प्रदान करने के लिए कानून में प्रावधान है।"

जांच में अहम होंगे ये सबूत
विकास सिंह ने आगे बताया, 'हमें हत्या के बारे में कोई प्रत्यक्ष जानकारी नहीं थी, इसीलिए हम इसे अपनी प्राथमिकी में आरोपित नहीं कर सकते थे, लेकिन हमने एफआईआर में आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। क्योंकि अगर हम यह मान लेते कि यह आत्महत्या थी जैसा कि मुंबई पुलिस ने कहा है, तो वो इसे सुसाइड ही घोषित कर देंगे।" उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि जब सीबीआई मामले की जांच शुरू करेगी, तो सच्चाई सामने आएगी। पूर्व एएसजी ने आगे कहा कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे क्योंकि अब निर्भरता होगी अपराध के दृश्य से ली गई तस्वीरें और पोस्टमार्टम के दौरान और इसके अलावा कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड्स (सीडीआर) भी मुख्य सबूत होगा।'

रिया ने सुशांत का नंबर क्यों कर दिया था ब्लाॅक
सिंह ने कहा, 'इस जांच के साथ समस्या यह है कि शुरुआती दिनों में जो खो गया है वह जांच को प्रभावित करेगा लेकिन मुझे यकीन है कि सीबीआई जैसी पेशेवर एजेंसी अभी भी सच्चाई को उजागर करने में सक्षम होगी। कुछ कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स जो पब्लिक डोमेन में सामने आए हैं कि सुशांत सिंह राजपूत और उनकी लिव-इन गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के बीच 8 जून से 14 जून के बीच एक भी कॉल का आदान-प्रदान नहीं हुआ। इन सीडीआर पर काम करते हुए, वकील ने कहा , "ठीक है, यह वास्तव में हमारी एफआईआर है, जहां हमने कहा है कि रिया ने 8 जून (8 जून) को सुशांत को ब्लॉक कर दिया था, जब उसने सभी मेडिकल रिपोर्ट, लैपटॉप और कुछ कीमती सामान लेकर सुशांत का घर छोड़ दिया था और यह सीडीआर बिल्कुल एफआईआर में हमारे रुख को साबित करता है कि इसी वजह से परेशान होकर सुशांत को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।'
सीडीआर से भी खुलासा होता है कि दोनों सुशांत-रिया ने 20 से 25 जनवरी के बीच लगभग 20 कॉलों का आदान-प्रदान किया, जब दिवंगत अभिनेता हरियाणा में अपनी बहन के घर पर थे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari