- जांच में फर्जी निकले सभी दस्तावेज

- संभावित प्रोग्राम की रेकी की सौंपी थी जिम्मेदारी

GORAKHPUR: पाकिस्तान के वैज्ञानिक के नाम, पते से फर्जी दस्तावेज तैयार कर भारत में घुसपैठ करने वाले पाकिस्तानी नागरिक के मंसूबे खतरनाक थे। सोनौली सीमा से भारत में प्रवेश करके जावेद वाराणसी जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उनके संसदीय कार्यालय की रेकी करने की फिराक में था। उसके पास मिले सभी दस्तावेज फर्जी निकले। पाकिस्तान में बिजनेस करने वाले वैज्ञानिक नागरिक का हमनाम होने का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा था। सोमवार को सोनौली पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। नेपाल में छिपे पाकिस्तानी संदिग्धों की पहचान के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियां इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी में हैं।

नहीं मिली कस्टडी रिमांड

23 अक्टूबर को सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा। उसके पास से फैसलाबाद निवासी डॉ। जावेद कमाल के दस्तावेज मिले। थाईलैंड से भारी रकम खर्च करके भारत आए संदिग्ध की हरकतों पर खुफिया विभाग अलर्ट हो गया। पूछताछ में खुद को मानसिक रोगी बताकर वह पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियों को बरगलाने में लगा रहा। कोतवाली सोनौली में मुकदमा दर्ज करके पुलिस उसने जेल भेज दिया। सोमवार को पाकिस्तानी नागरिक को कोर्ट में पेश किया गया जहां सुनवाई पूरी न होने पर कस्टडी रिमांड की इजाजत नहीं मिली।

10 साल से आईएसआई से जुड़ा है कमाल

संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक के दस्तावेज जांच में फर्जी मिले। पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की रेकी करने के लिए उसे भारत भेजा गया। करीब 10 साल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर चुका जावेद पांच लोगों के साथ आया था। नेपाल में उसके मददगार देखे गए थे। उनमें से कुछ लोगों के घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है। इंडिया में रहकर रेकी करने के लिए जावेद कमाल ने सोशल साइट्स पर इंडियंस से दोस्ती की। प्रधानमंत्री ऑफिस और सेना के पेज को खंगाला। वाराणसी में ठिकाना बनाने के बाद वह 13 नवंबर को बैंकाक लौटने की तैयारी में था।

भारत में घुसपैठ कर चुके हैं तीन जावेद

पाकिस्तानी नागरिक की घुसपैठ से बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों चौकस हो गई हैं। नेपाल बॉर्डर पर खास निगरानी की जा रही है। आसपास के गांवों में जावेद के मददगारों की पड़ताल शुरू हो गई है। मोबाइल डिटेल से जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है। जांच में यह सामने आया है कि जावेद कमाल नाम से तीन लोग इंडिया में घुसपैठ कर चुके हैं। इसकी पड़ताल में सीमा के दोनों तरफ होटल की छानबीन जारी है।

होम मिनिस्ट्री की खुफिया विंग पहुंची महराजगंज

सोमवार को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में जावेद कमाल को कोर्ट में पेश किया। सीजेएम दिवाकर द्विवेदी की कोर्ट में पुलिस ने रिमांड की अर्जी दी। कोर्ट में पाकिस्तानी नागरिक ने खुद अपना पक्ष रखा। उधर उससे पूछताछ के लिए भारत सरकार गृह मंत्रालय की खुफिया विंग के अफसर महराजगंज पहुंचे। मंगलवार को रिमांड मिलने पर उससे पूछताछ की जाएगी। उधर घुसपैठ के बाद बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी गई है। बिना सघन जांच के किसी को आवागमन नहीं करने दिया जा रहा है। नेपाल के धनुषा में इससे जुड़े सुराग तलाशे जा रहे हैं। इसके पहले धनुषा से पाकिस्तानी नागरिक हासिम को अरेस्ट किया गया था। यहां के पांच लोगों को जावेद कमाल के साथ देखा गया था।

सोमवार को कोर्ट में सुनवाई पूरी नहीं हो सकी। इसकी वजह से जावेद कमाल की रिमांड नहीं मिली। अब मंगलवार को रिमांड पर लेकर जावेद से पूछताछ की जाएगी। उसकी गतिविधियां पूरी तरह से संदेह के दायरे में हैं।

- भारत कुमार, एसपी, महराजगंज

Posted By: Inextlive