- बीपीएससी ने 587 एमबीबीएस पदों को नियुक्तिप्रक्रिया से बाहर किया

- 15 अगस्त डेडलाइन सरकार करेगी मिस, नहीं पूरी होगी नियुक्ति प्रक्रिया

PATNA: ठीक एक माह पहले सीएम सीएम नीतीश कुमार ने वादा किया था कि सभी डेंटल डॉक्टर्स और एमबीबीएस डॉक्टरों की नियुक्तिप्रक्रिया क्भ् अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी। इसके तहत एमबीबीएस के ख्888 और डेंटल के भ्भ्8 डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया बिहार लोक सेवा आयोग को पूरा करना है, पर आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक यह अगस्त में पॉसिबल नहीं है। डेंटल डॉक्टरों के इंटरव्यू के बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं है। ख्9 जून को सीएम नीतीश कुमार ने जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित प्रोग्राम स्वास्थ्य समागम में यह घोषणा की थी।

कांट्रैक्ट डॉक्टर्स में सभी की नियुक्तिनहीं

सरकार की ओर से कुछ दिन पहले ही कहा गया था कि हम डॉक्टर्स के प्रति संवेदनशील हैं एवं सभी नियुक्ति प्रक्रिया पर नजर है। लेकिन इस पर भरोसा अभी तक नहीं बन पाया है। जानकारी हो कि बीपीएससी की ओर से भ्87 पदों को घटा दिया गया है। इस कारण इतने कांट्रैक्ट डॉक्टर्स स्थाई नियुक्तिप्रक्रिया से छूट जाएंगे। यह हाल तब है जब सामान्य प्रशासन और विधि विभाग से इस बारे में सभी संदेह दूर कर ली गई थी। दरअसल, डेढ़ साल पहले एमबीबीएस की ख्फ्0क् पदों पर बहाली निकाली गई थी। बाद में, कांट्रैक्ट डॉक्टरों ने कहा कि इतनी सीट में भी कई डॉक्टर्स बहाली से वंचित रह जाएंगे। बाद में, भ्87 पदों को इसमें जोड़ा गया था।

मीटिंग में बनेगी रणनीति

बिहार राज्य कांट्रैक्ट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ जावेद अनवर ने कहा कि अगले दो दिनों में नियुक्तिप्रक्रिया को लेकर सीएम नीतीश कुमार के साथ बातचीत की जाएगी। इसके बाद बिहार कांट्रेक्ट डॉक्टर्स एसोसिएशन और बिहार कांट्रैक्ट डेंटल एसोसिएशन की कोर कमेटी की मीटिंग में आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि सीएम इस मामले में हस्तक्षेप करें, ताकि नियुक्तिको लेकर संशय दूर हो जाए। इस बाबत संघों की कोर कमेटी की मीटिंग में बिहार कांट्रैक्ट डॉक्टर्स एसोसिएशन और कांट्रैक्ट डेंटल डॉक्टर्स एसोसिएशन मिलकर अगली रणनीति तय करेंगे।

Posted By: Inextlive