रांची पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड का आरोपी दिल्ली के एक होटल में ठहरा है तो एसएसपी ने दो निलंबित थानेदारों क्रमश विकास कुमार सिंह और रातू से निलंबित थानेदार गिरिश अंबष्ठ को इस काम में लगाया। दोनों पुलिस अधिकारी एक सप्ताह तक विकास तिवारी का लोकेशन लेते रहे। जहां विकास तिवारी ठहरा हुआ था, वहां तीन दिन हो गए थे। इसी बीच होटल मालिक ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी कि एक व्यक्ति तीन दिनों से होटल में रह रहा है। विकास तिवारी को इसकी भनक लग गई और वह होटल छोड़कर भाग गया। वह दूसरे होटल में शिफ्ट हो चुका था। पुलिस भी उसके पीछे लगी हुई थी। एक अगस्त को जैसे ही पुलिस को पता चला कि विकास तिवारी अपने कमरे में है। दिल्ली पुलिस की एक टीम के साथ वहां धावा बोला और विकास को गिरफ्तार कर लिया था।

दिल्ली का फॉर्मूला अपनाएगी रांची पुलिस

होटल में तीन दिन रुकनेवाले की देनी होगी जानकारी

दिल्ली में पुलिस में नियम बना रखा है कि कोई व्यक्ति तीन दिन रुकता है तो इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दें। उसके बाद पुलिस उससे पूछताछ करती है। अब दिल्ली पुलिस का फार्मूला पर ही रांची पुलिस भी काम करनेवाली है। रांची के तमाम लॉज, होटल संचालकों को हिदायत दी गई है कि कोई व्यक्ति तीन दिनों तक होटल में रुके तो पुलिस को जरूर सूचना दें, ताकि उससे पूछताछ की जा सके। संदिग्ध पाए जाने पर उसे जेल भेजा जाएगा।

विकास को भेजा गया जेल

मंगलवार को विकास तिवारी को पुलिस सुरक्षा में हजारीबाग कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अदालत में रिमांड के लिए अर्जी दी है। रिमांड की अर्जी पर बुधवार को सुनवाई होगी।

Posted By: Inextlive