छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सोनारी के नौलखा अपार्टमेंट में सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता के फ्लैट में गोली चलने के बाद कमरे का खूनी मंजर देख दहशत से लोगों की सांस थम गई। खून से लथपथ तीन लोग पड़े थे। सब इंस्पेक्टर की बेटियां प्रिया और नेहा व सास कैलाश देवी जारो-कतार रो रहे थे। बेटियां चीख रही थीं। पापा आपने ये क्या कर दिया। कैलाश देवी चिल्ला रही थीं कि मेरी बेटी पूनम को बचा लो। किसी तरह सबको अस्पताल ले चलो। प्रत्यक्षदर्शी विकास ने बताया कि गोली की आवाज सुनने के बाद फ्लैट में दहशत का आलम था। सब इंस्पेक्टर के भागने के बाद वो दो मिनट के अंदर दौड़ कर घटनास्थल पर पहुंचे। कमरे में खून से लथपथ लोग पड़े थे। फर्श पर खून था। चीख-पुकार मची थी। तभी पुलिस भी पहुंच गई। एक पुलिस कर्मी के कहने पर विनोद ने सीमा देवी की सांस देखी तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। तभी लहूलुहान चंदन ने चिल्ला कर कहा भैया बचा लो। अस्पताल ले चलो। चंदन ने आवाज लगाई भैया मेरी मां को भी बचा। इस पर चंदन को बताया गाय कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है। लोगों ने चंदन, पूनम और सीमा देवी को अपार्टमेंट के बाहर लाकर पुलिस के वाहन से टीएमएच पहुंचाया। सीमा का शव टीएमएच में रखवा दिया गया है।

चंदन व पूनम की हालत गंभीर

टीएमएच में चंदन व पूनम को एचडीयू यूनिट में भर्ती किया गया है। यहां डाक्टरों ने दोनों का ऑपरेशन कर गोली निकाल ली है। दोनों डॉक्टरों की निगरानी में हैं।

शोरगुल सुन टूट गई नींद

प्रत्यक्षदर्शी विनोद पंडित ने बताया कि वो अपने फ्लैट में सो रहे थे। तभी गोली चली और लोगों के चीख पुकार की आवाज सुनाई दी। इससे उनकी नींद टूट गई। दौड़ कर बाहर आए तो सुना की गोली चली है। देखा कि पुलिस घायलों को लेकर निकल रही थी।

खून से लथपथ लाश देख घबरा गया गार्ड

गार्ड ने बताया कि सुबह आठ बजे से ही उसकी ड्यूटी थी। उसे क्या पता था कि शुक्रवार का दिन उसके लिए ऐसे बीतेगा। गार्ड ने बताया कि सब इंस्पेक्टर साहब अपने मेहमानों को लेकर आए तो ठीक-ठाक दिख रहे थे। सबको लिफ्ट से लेकर गए। थोड़ी ही देर में बदहवास नंगे पैर भागे तभी लगा कि उन्होंने कोई घटना को अंजाम दे दिया है।

Posted By: Inextlive