पाकिस्तान के सस्पेंडेड क्रिकेटर उमर अकमल से पाक बोर्ड ने फीस लौटाने को कहा है। अकमल को पीएसएल में खेलने के लिए 70 परसेंट भुगतान कर दिया गया था अब जब उनको निलिंबित किया जा चुका है तो बोर्ड ने पूरी फीस लौटाने को बोला है।

कराची (पीटीआई)। पाकिस्तान के बल्लेबाज उमर अकमल को पीएसएल में खेलने के लिए भुगतान किया गया था। अब जब वह निलंबन के कारण इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन पाए तो बोर्ड ने उन्हें पैसे वापस लौटाने को बोला है। अकमल को इसी महीने एक स्पॉट फिक्सिंग की रिपोर्ट ने देने के चलते सस्पेंड किया जा चुका है। उनसे पाक क्रिकेट बोर्ड ने पीएसएल में खेलने के लिए मिली फीस वापस करने के लिए कहा है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उमर को लीग के सभी अन्य खिलाडिय़ों की तरह पीएसएल में क्वेटा ग्लैडिएटर्स का प्रतिनिधित्व करने के लिए कुल अनुबंध राशि का 70 प्रतिशत का भुगतान किया गया था। सूत्र का कहना है, "अब अकमल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने राशि लौटाने के लिए कहा गया है क्योंकि वह जांच पूरी होने तक पीएसएल और अन्य सभी क्रिकेट मैचों में नहीं खेल पाएंगे।'

70 परसेंट भुगतान किया जा चुका

सूत्र ने कहा कि नियमों के अनुसार, पीएसएल में भाग लेने वाले सभी स्थानीय खिलाडिय़ों के साथ-साथ विदेशी खिलाडिय़ों को उनकी अनुबंध राशि का 70 प्रतिशत भुगतान किया गया है और शेष 30 प्रतिशत का भुगतान 22 मार्च को लीग पूरा होने के तुरंत बाद किया जाएगा। चूंकि यह चेक सीधे पीसीबी द्वारा भेजे जाते हैं जो सभी खिलाडिय़ों के भुगतान की गारंटी देता है और बाद में वे फ्रेंचाइजी शेयरों से राशि समायोजित करते हैं। ऐसे में बोर्ड की जिम्मेदारी है कि वह खिलाड़ी से पैसे वापस ले।

अकमल पर लगे हैं ये आरोप

पीसीबी किसी भी देरी और समस्याओं से बचने के लिए खिलाडिय़ों को सीधे अनुबंध के पैसे के वितरण को संभालता है जैसा कि अन्य लीगों में दिखाई देता है जहां खिलाडिय़ों को एक साल की देरी के बाद भी भुगतान मिला है। उमर पर कई चार्ज लगे हैं। इस खिलाड़ी को एक सट्टेबाज के साथ मिलने, एक प्रस्ताव की रिपोर्ट नहीं करने और कथित तौर पर पीएसएल के एक मैच को फिक्स करने का आरोपी माना गया है, हालांकि अकमल ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। मगर भ्रष्टाचार-रोधी इकाई इसकी जांच कर रही है। उमर के एक करीबी सूत्र ने कहा कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक शीर्ष वकील को काम पर रखा है जो पीसीबी द्वारा आधिकारिक तौर पर चार्जशीट करने के बाद शुरू होगा।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari