- पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने लोकतांत्रिक बहुजन मंच का प्रथम मंडल सम्मेलन में लिया भाग

- मायावती के सह पर बसपा में परिवारवाद चला रहे हैं सतीश मिश्रा

GORAKHPUR: दलित के वोटों की कीमत लगाने वाली बसपा की मायावती को जब तक प्रदेश से बाहर नहीं कर दूंगा चैन से नहीं बैठूंगा। यह जो लोग आज मंडलीय सम्मेलन में भाग लेने आए हैं, इन्हीं के बल पर मायावती को 2017 में प्रदेश से बाहर किया जाएगा। यह बातें शुक्रवार को बसपा से अलग होकर लोकतांत्रिक बहुजन मंच के मंडलीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कही।

उन्होंने कहा कि लोग मुझ पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मायावती के करीबी ही परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। सतीश मिश्र के परिवार के 25 लोगों को लालबत्ती मिली थी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी की पत्‍‌नी विधान परिषद सदस्य और बेटा लोकसभा चुनाव लड़ा। इससे बड़ा परिवारवाद का उदाहरण कोई और हो सकता है।

चौथे पायदान पर चली जाएगी बसपा

स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि इस्तीफा से सबसे अधिक किसी को डर है तो मायावती को है। दलित वोटों का सौदा करने वाली मायावती अपने करतूतों के बल पर चौथे पायदान पर चली जाएंगी। उन्होंने कहा कि मायावती को सरकार बनाने और विधायकों को जिताने की चिंता नहीं, बल्कि अपना बैंक बैलेंस को बढ़ाने की चिंता है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कोई मुझे सपा के साथ तो कोई भाजपा के साथ तो कोई नीतीश कुमार की पार्टी के साथ जाने के लिए अटकलें लगा रहे हैं, लेकिन समय आने पर इन सभी अटकलों का जवाब मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि बसपा छोड़ने के पांच मुख्य कारण हैं। जिसमें मुख्य रूप से बाबा साहब अंबेडकर के मिशन की हत्या, कांशीराम के विचारों की हत्या, तीसरा कारण बसपा को टिकटों का बाजार बना देना, चौथा कारण कार्यकर्ताओं को गूंगा गुलाम बनाना और पांचवां कारण पैसे की हवस में कार्यकर्ताओं को अपमानित करना।

Posted By: Inextlive