अधिक खतरनाक होकर लौटा है स्वाइन फ्लू वायरस
मरीजों को बरतनी होगी सावधानी, हर साल बदल जाता है नेचर
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाने से बढ़ाई जा सकती है दवाओं की डोज ALLAHABAD: देशभर में कोहराम मचा रहा स्वाइन फ्लू का वायरस इस साल नए रूप में सामने आया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी वायरस का नेचर चेंज हो जाने से इलाज में बदलाव आ सकता है। दवाओं की डोज भी बढ़ाई जा सकती है। बता दें कि शहर में यह बीमारी दो लोगों की जान ले चुकी है। अब एच 3 एन 2 कहिएपहले स्वाइन फ्लू एच-1 एन-1 नामक वायरस से फैलता था, वहीं अब एच-1 एन-1 बढ़ता हुआ एच-3 एन-2 तक पहुंच गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका सब वर्जन एन-8 तक पहुंच गया है। स्वाइन फ्लू में दो अलग-अलग वायरस मिले होते हैं, जिसमें हीमग्लूटिनिन व न्यूरमिनिडेस होते हैं। इस संबंध में केंद्र और राज्य सरकारें गोपनीय तरीके से स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मुहैया करा रही हैं। अधिकारी भी कुछ बताने को तैयार नही हैं।
सावधानी ही बचाव हैडॉक्टरों का कहना है कि सावधानी लोगों को इस रोग से बचा सकती है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए। जुकाम अधिक दिन तक रहे तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। मरीज के अलावा परिजनों को मास्क का उपयोग करना चाहिए। बता दें कि शुक्रवार को पीजीआई लखनऊ में दो सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे और दोनों निगेटिव आए हैं। अब तक कुल आठ मरीज सामने आए हैं।
हर साल स्वाइन फ्लू का वायरस चेंज हो जाता है। इसके साथ इलाज भी चेंज हो जाता है। अगर मरीज को डायबिटीज, निमोनिया या दूसरी बीमारी है तो उसे ठीक होने में टाइम लगता है। कई मामलों में लोग खुद ठीक हो जाते हैं। डॉ। आशुतोष गुप्ता, चेस्ट फिजीशियन सरकार की ओर से नई गाइड लाइन जारी होती रहती है। निर्देश के मुताबिक ही मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जाता है। वायरस चेंज होने संबंधी कोई जानकारी नहीं मिली है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं। डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी डेंगू के दो नए मरीज मिलेडेंगू भी अपने पैर लगातार पसार रहा है। शनिवार को मेडिकल कॉलेज लैब में जाचं के लिए 11 सैंपल भेजे गए थे। जिसमें से दो नए मामले सामने आए हैं। इनमें मऊआइमा के 40 वर्षीय कुलदीप पांडेय नोयडा में नौकरी रहा था। उसके जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। फाफामऊ शांतिपुरम के 22 साल के अमित कुमार की जांच में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक डेंगू के 36 मरीज सामने आ चुके हैं।