भारत में बड़े मामले के रूप में गिना जाने वाला काला धन मामला इन दिनों काफी तेजी से पूरी दुनिया में छाया रहा है. छाए भी क्‍यों न आखिर स्विटजरलैंड सरकार इन दिनों भारत के इन कुबेरों के नाम जो खोल रही है. जिन्‍होंने देश में नहीं बल्‍िक विदेश की स्‍विस बैंक में अपनी कमाई जमा कर रखी है. ऐसे में अब तक स्विटजरलैंड की ओर से 7 भारतीय नामों का खुलासा हुआ है. जिनमें कुछ सिर्फ देश में ही नहीं विदेश में भी जांच के घेरे में हैं.


उनके मुंबई और दिल्ली के पते परजानकारी के मुताबिक इन दिनों स्विटजरलैंड सरकार भारत के इन कुबेरों का नाम खोल रही है. जिनमें अब तक खोले गए 7 भारतीयों में देश के जाने माने उद्योगपति यश बिड़ला का नाम भी शामिल है. इसके आलवा रीयल्टी एवं शराब कारोबारी दिवंगत पोंटी चड्ढा के दामाद गुरजीत सिंह कोचर का नाम भी उजागर हुआ है. इन दो नामों के अलावा इसमें दिल्ली की महिला उद्योगपति रितिका शर्मा, स्नेह लता साहनी और संगीता साहनी के अलावा मुंबई के सिटी लिमोजिन घोटाले में शामिल दो व्यक्तियों का नाम भी इसमें है. वर्तमान में गुरजीत सिंह कोचर तो देश के बाहर हैं,लेकिन यश बिड़ला और रितिका शर्मा के बारे में स्विटजरलैंड सरकार ने जो सूचना दी है वह उनके मुंबई और दिल्ली के पते पर है.और नाम सार्वजनिक होने की उम्मीद
स्विट्जरलैंड सरकार की ओर से नामों के खुलासे के बाद इन कुबेरों से जब बात करने की कोशिश की गई तो किसी का फोन नहीं मिला तो किसी ने प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. ऐसे में अब साफ है कि इन नामों के खुलासे होने से जहां भारत के छुपे धन कुबेरों में खलबली मची होगी, कि  न जाने कब उनका नाम भी सामने आ जाए. वहीं अब देश में काफी खुशी है कि कम से कम अब इन जमाखोरों के नाम तो पता चल रहे हैं. बतातें चलें कि भारत लगातार एक लंबे समय से स्विट्जरलैंड सरकार से भारतीय जमा खोरो के नाम जानने के लिए प्रयासरत है. ऐसे में अब स्विट्जरलैंड सरकार इस महीने इस प्रकार के कम-से-कम 40 ‘नोटिस’ प्रकाशित कराई है. जिसमें सार्वजनिक किए गए नामों में 7 भारतीयों के नाम तो खुल गए है और आगे भी नाम सार्वजनिक होने की पूरी संभावना है.

Posted By: Shweta Mishra