पंजशीर घाटी में तालिबान ने जीत का दावा किया है। वहीं विरोध करने वालों ने तालिबान के दावे को खारिज किया है। पंजशीर घाटी अंतिम प्रांत रहा जहां तालिबान को विरोध का सामाना करना पड़ा। तालिबान का कहना है कि वह पंजशीर के नागरिकों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा।


काबुल (राॅयटर्स)। तालिबान ने सोमवार को पंजशीर घाटी में जीत का दावा किया है। पंजशीर काबुल से उत्तर पूर्व की ओर स्थित है। इस्लामिक संगठन ने घोषणा की है कि उसका अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने का काम पूरा हो चुका है। साथ ही तालिबान ने यह भी कहा है कि जल्दी ही वह सरकार के गठन की घोषणा करेगा।पंजशीर के गवर्नर हाउस में तालिबानी झंडासोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में तालिबानी लड़ाके पंजशीर प्रांत के गवर्नर हाउस के कंपाउंड में तालिबानी झंडे के साथ दिख रहे हैं। तालिबान का दावा है कि वे वहां नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान (एनआरएफए) का हरा कर पंजशीर पर अपना नियंत्रण स्थापित कर चुके हैं। अहमद मसूद एनआरएफए का नेतृत्व कर रहे थे।नागरिकों को खुशनुमा जिंदगी के साथ शांति देंगे
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दुश्मनों का अंतिम गढ़ पंजशीर तालिबान ने फतह कर लिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान में जीत के साथ तालिबान का प्रयास रहेगा कि वे देशा को युद्ध की अशांति से बाहर निकाले तथा नागरिकों को बेहतरीन खुशनुमा जिंदगी तथा शांति प्रदान करें।पंजशीर के लोगों के साथ भेदभाव न करने का भरोसा


तालिबान ने पंजशीर के लोगों को उनके खिलाफ हिंसात्मक कार्रवाई नहीं करने का भरोसा दिलाया है। यह भरोसा इसलिए दिलाया जा रहा है क्योंकि पंजशीर के लोग पश्तून बहुलता वाले तालिबान से अलग हैं। इन लोगों ने 1996 से 2001 के दौरान तालिबानी शासन के दौरान उनके खिलाफ लड़ाइयां लड़ी थीं। तालिबान का कहना है कि पंजशीर के लोगों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh