आतंक का पर्याय बन चुका अफगानी तालिबान अब पीस टॉक्स की बरत कर रहा है और चाहता है कि कतर में अमेरिकी प्रतिनिधियों से फर्स्टे राउंड की टॉक्स स्टार्ट की जाएं. लेकिन अमेरिका ने ऐसी किसी वार्ता में हिस्सा लेने से इंकार किया है.


पूरे क्षेत्र की शांति के लिए खतरा बन चुका अफगानिस्तान तालिबान बातचीत के लिए तैयार है. आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सेना के जरिये शांति वार्ता शुरू करने के संकेत दिए हैं. सेना के सीनियर ऑफीशियल और डिप्लोमेटस ने थर्स डे को इसकी जानकारी दी. पाकिस्तान में मौजूद तालिबान के एक सीनियर कमांडर ने बताया कि तैय्यब आगा के नेतृत्व में अफगान तालिबान की सुप्रीम काउंसिल के पांच फॉरमर मेंबर कतर में अमेरिकी प्रतिनिधियों से पहले दौर की वार्ता करेंगे.
वाशिंगटन ने हालांकि इसका खंडन किया है. उसका कहना है कि अमेरिकी अधिकारियों और तालिबान प्रतिनिधियों के बीच मुलाकात की फिलहाल कोई योजना नहीं है. कतर की ओर से इस पर कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है. कतर से तालिबान के एक सदस्य ने बताया, ‘थर्स डे को कतर में पहले दौर की वार्ता होगी उसके बाद फ्राइडे को भी दोनों पक्षों के प्रतिनिधि इसे जारी रखेंगे.’ इससे पहले पाकिस्तान सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि काबुल यात्रा के दौरान सैन्य प्रमुख राहील शरीफ ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को बताया था कि तालिबान मार्च में बातचीत का सिलसिला फिर से शुरू करना चाहता है. वार्ता का स्थान तय नहीं किया गया है, लेकिन इस्लामाबाद, काबुल, बीजिंग या दुबई में सभी पक्षों के प्रतिनिधि बातचीत कर सकते हैं.

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Posted By: Molly Seth