- कई मामले सामने आने के बाद पुलिस भी हुई हैरान

- महिलाओं को बना रहे निशाना, कई गोपनीय शिकायतें मिली

आस्था की नगरी में साइबर अपराधी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे। उनके निशाने पर महिलाओं के फेसबुक प्रोफाइल हैं जिनसे छेड़छाड़ करके उनकी छवि खराब करने के अलावा मेट्रीमोनियल साइट्स के जरिए ठगी की जा रही है। वाराणसी पुलिस को बीते दिनों ऐसी तमाम शिकायतें मिली हैं जिनमें फेसबुक प्रोफाइल से फोटो व अन्य जानकारियां चोरी कर उसका गलत इस्तेमाल किया गया। गोपनीय शिकायतें मिलने पर पुलिस इनकी जांच तो करती है पर ऐसे अपराधियों को दबोच पाना उसके लिए भी मुश्किल साबित होता है।

बढ़ते जा रहे साइबर फ्रॉड के मामले

वाराणसी में बीते कुछ सालों से साइबर फ्रॉड के मामलों में इजाफा होता जा रहा है। एटीएम फ्रॉड से लेकर आकर्षक गिफ्ट मिलने का लालच देकर लोगों को ठगने का सिलसिला जारी है। वर्तमान वर्ष में भी अब तक ऐसे 150 से ज्यादा मामले साइबर क्राइम सेल द्वारा दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें वे मामले शामिल नहीं हैं जो फेसबुक प्रोफाइल से छेड़छाड़ से जुड़े है। साइबर क्राइम के मामलों की जांच करने वाले एक अधिकारी ने बताया कि महिलाओं के फेसबुक प्रोफाइल से जानकारियां चोरी कर उनसे मेट्रीमोनियल साइट्स के जरिए धोखाधड़ी अंजाम दी जा रही है। हालांकि साइबर ठगों द्वारा बेहद मामूली रकम लिए जाने की वजह से और बदनामी के डर से अधिकतर महिलाएं मुकदमा दर्ज कराने से कतराती हैं। करीब एक साल पहले वाराणसी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ऐसे एक गिरोह का पर्दाफाश भी किया था।

मोबाइल पर मैसेज आया पर खाते में पैसे नहीं

हाल ही में शहर में एक नया साइबर फ्रॉड होना भी शुरू हो गया है। एएसपी क्राइम ने बताया कि ऐसी शिकायतें आई हैं जिसमें ठगों द्वारा ऐसी दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है जो डिजिटल तरीके से पेमेंट नहीं लेती हैं। ठगों द्वारा ऐसी दुकानों में जाकर खरीदारी की जाती है और भुगतान के वक्त बिलिंग काउंटर पर खड़े व्यक्ति से कैश नहीं होने की बात कहकर उससे भुगतान करने और तत्काल उसके अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने की गुजारिश की जाती है। चंद सेकंड में बिल का भुगतान करने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर पैसा ट्रांसफर होने का कंप्यूटर जनरेटेड मैसेज भी आ जाता है पर बाद में बैंक से जानकारी करने पर पता चलता है कि उसके खाते में पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ। ऐसे मामलों में अपराधियों को ट्रेस कर पाना भी मुश्किल होता है।

पुलिस ने कसी कमर

साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों की रोकथाम और साइबर ठगों की धरपकड़ के लिए वाराणसी के सात पुलिस थानों में डेडिकेटेड साइबर क्राइम सेल का गठन किया गया है जिसमें इंस्पेक्टर की अगुवाई में चार पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। ज्यादातर मामले कैंट, लंका, चौक, सिगरा आदि थानों में दर्ज किए जाते हैं जिनकी जांच का जिम्मा डेडिकेटेड सेल का होता है।

साइबर क्राइम के बढ़ते मामले पुलिस के लिए नई चुनौती हैं लिहाजा इससे निपटने की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू हो गयी है। हमारा फोकस साइबर क्राइम के मामलों की गुणवत्तापूर्ण जांच के लिए कर्मचारियों की खास ट्रेनिंग कराने पर है। डीजीपी के निर्देश पर हर जिले में गठित साइबर सेल में ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे है। कुछ जगहों पर साइबर थाना भी खोला जाना है।

बृजभूषण

एडीजी, वाराणसी जोन

ऐसे बरतें सावधानी

- फेसबुक प्रोफाइल में अपनी पर्सनल फोटोग्राफ का यूज कम से कम करें

- सामान मंगाने पर पहले पैसे ट्रांसफर करने की डिमांड करने वाली साइट्स से बचें

- अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का पिन या कोई अन्य जानकारी किसी से शेयर न करें

- अपने डेबिट और क्रेडिट का पिन कुछ समय के अंतराल में बदलते रहें

- ऑनलाइन सामान मंगाने पर कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुनना ही सेफ है

- बिना पुख्ता जानकारी के मेट्रीमोनियल साइट्स या टूर ऑपरेटर्स को पैसा न दें

- एटीएम का इस्तेमाल करने के दौरान किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें

Posted By: Inextlive