- 20 फरवरी को पान मसाला कारोबारी से की गई थी लूट

- लूट के दौरान बदमाशों ने कर्मचारी सुभाष की गोली मारकर हत्या कर दी थी

- 2 बाइक पर सवार होकर आए थे चार नकाबपोश बदमाश

- 60 सीसीटीवी कैमरे पुलिस ने वारदात के बाद खंगाले थे

- लूट में प्रयोग की गई बाइक भी पुलिस के हत्थे लगी

LUCKNOW : रकाबगंज में पान मसाला कारोबारी से लूट के दौरान कर्मचारी की हत्या को अंजाम देने वाले गैंग तक पुलिस पहुंच गई है। सनसनीखेज लूट की वारदात को टांडा में रहने वाले एक बदमाश ने अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था। वह काफी दिनों से वजीरगंज में पत्नी के साथ रह रहा था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शातिर लुटेरे की पहचान कर ली है। अब उसकी और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग शहरों के लिए रवाना हो गई हैं।

वारदात के खुलासे के करीब पुलिस

चौक के रकाबगंज में 20 फरवरी को दिन दहाड़े बाइक सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने पान मसाला कारोबारी के ऑफिस में धावा बोलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। कर्मचारी सुभाष के विरोध करने पर नकाबपोश बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी और कई राउंड हवाई फायरिंग करते हुए मौके से भाग निकले थे। घटना के बाद पुलिस ने बदमाशों के सुराग के लिए एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली थी। करीब 60 से ज्यादा फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए लोगों से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस एक लुटेरे की पहचान करने में कामयाब हो गई हैं और लुटेरों के करीब तक पहुंच गई है।

वारदात से पहले और बाद में दिखे फुटेज में

20 फरवरी के बाद से लगातार पुलिस एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। पुलिस को बदमाशों की लोकेशन मशकगंज और जगत नारायण रोड स्थित नेशनल पैथोलॉजी के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में मिली। यहां पर वारदात से पहले और बाद में भी बदमाशों की फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी, जिसमें एक शिक्षा भवन के पास एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों की लोकेशन मिली।

दंगे के मास्टरमाइड से मिला इनपुट

बदमाशों का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने वारदात के बाद से कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। करीब पांच दिन पहले पुलिस ने 2014 में हुए दंगे के मास्टरमाइड से पूछताछ की। उसकी निशानदेही पर एक और शख्स को हिरासत में लिया, जो बिजली वायरिंग का काम करता है। करीब पांच दिन तक पूछताछ के बाद दोनों की वारदात में भूमिका न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं दोनों से पूछताछ में मिले इनपुट पुलिस के लिए काफी मददगार साबित हुए।

टांडा के लईक की हुई पहचान

सूत्रों के मुताबिक वारदात को अंजाम देने वाले एक लुटेरे को पुलिस ने पहचान लिया है। वह टांडा का रहने वाला लईक है और वह भारी शरीर का है। वह काफी समय से वजीरगंज में पत्नी के साथ रह रहा था। फुटेज में उसने चेकदार शर्ट और जैकेट पहन रखी है। शर्ट बाहर निकली हुई है। लईक की पहचान होने के बाद अब पुलिस उसके तीन अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी है। हालांकि लईक अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

लूट में इस्तेमाल बाइक बरामद

सूत्रों के मुताबिक लूट की वारदात में इस्तेमाल काले रंग की एक बाइक पुलिस ने वजीरगंज एरिया की एक बिल्डिंग से बरामद की है। पूछताछ में सामने आया कि वह बाइक करीब डेढ़ साल से यहां खड़ी होती है। बाइक किसकी है और कौन उसे यहां लाकर खड़ा करता है, यह प्रश्न अभी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। पुलिस अनुमान लगा रही है कि इस बाइक से शहर में कई वारदातों को अंजाम दिया गया। उसके बाद बाइक बिल्डिंग में छिपाकर खड़ी कर दी जाती थी।

Posted By: Inextlive