CHAIBASA: छात्र सुविधाओं को लेकर टाटा कालेज छात्र संघ के बैनर तले विद्यार्थियों ने कालेज गेट को जाम कर धरना-प्रदर्शन किया। गेट जाम रहने की वजह से कक्षाएं दिन भर बाधित रहीं। करीब चार घंटे बाद प्राचार्या डॉ। कस्तूरी बोयपाई ने धरना स्थल पर पहुंचकर छात्र संघ की मांगों को सुना। आश्वासन दिया कि जहां तक संभव होगा आप लोगों की मांगों को पूरा किया जाएगा। प्राचार्या के आश्वासन के बाद छात्र संघ ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। इससे पहले छात्र-छात्राएं सुबह दस बजे ही बैनर-तख्ती लेकर टाटा कालेज के मुख्य गेट के पास पहुंच गए और गेट जाम कर वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान कालेज प्रबंधन व कोल्हान विवि के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फिर कालेज प्रबंधन को 16 सूत्री ज्ञापन सौंपकर मांगे पूरी करने को कहा। धरना-प्रदर्शन में छात्र संघ अध्यक्ष उदय मुर्मू, सचिव पिपुन बारीक, उपसचिव आशा मुंडा, संयुक्त सचिव लक्ष्मण बिरुवा, पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु राउत, कोल्हान यूनिवर्सिटी के सचिव सुबोध महाकुड़, उदय पान, उदय हांसदा, अरवि एक्का सहित छात्र-छात्राएं शामिल हुईं। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए सदर अंचलाधिकारी सरोजनी तिर्की के साथ पुलिस पदाधिकारी व जवान तैनात थे।

ये हैं 10 प्रमुख मांगें

1. महाविद्यालय में समयसारिणी के तहत सभी विषयों की कक्षाएं नियमित हों।

2. पुस्तकालय में सिलेबस के आधार पर पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं।

3. विद्यार्थियों के लिए री¨डग रूम की व्यवस्था की जाय्र

4. टाटा कॉलेज में माइ¨नग की पढ़ाई शुरू की जाए

5. सभी प्रायोगिक विषयों में प्रायोगिक सामग्री उपलब्ध करायी जाए।

6. कॉलेज कैंपस में पेयजल की आपूर्ति दुरुस्त की जाए। खराब पड़े दोनों वाटर कूलर को ठीक कराया जाय

7. सभी शौचालय की प्रतिदिन साफ-सफाई एवं शौचालय में पानी नियमित रूप से उपलब्ध कराया जाए।

8. साइंस ब्लॉक में महिला शौचालय का निर्माण किया जाए।

9. सभी क्लास रूम में पंखा, लाइट व ब्लैक बोर्ड ठीक किया जाए।

10. कॉलेज के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं सभी कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया जाय।

समस्याओं के सुधार के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसके पहले भी छात्र संघ ने समस्याओं का आवेदन दिया था। वो आवेदन कोल्हान विवि प्रशासन के समक्ष रखा जा चुका है। कुछ समस्याएं हल भी हुई हैं। महाविद्यालय में 17 शिक्षकों को घंटी आधारित नियुक्त किया गया है। नियमित कक्षाओं के लिए ही 14 गेस्ट शिक्षक भी रखे हैं। धीरे-धीरे अन्य खमियों को भी दूर किया जाएगा।

-प्रो। कस्तूरी बोयपाई, प्रिंसिपल, टाटा कॉलेज, चाईबासा

Posted By: Inextlive